जल्दबाजीमें बना किसान कानून-सोनिया
नयी दिल्ली (आससे.)। कांग्रेस में अध्यक्ष पद का चुनाव इसी साल मई में कराया जायेगा। शुक्रवार को कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में इसका ऐलान किया गया। इस साल होने वाले विधानसभा चुनावों के बाद कांग्रेस पार्टी संगठन का चुनाव करेगी, जिसमें अध्यक्ष पद का चुनाव सबसे अहम है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अगुवाई में कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई। आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव 2019 के बाद राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। उसके बाद वापस सोनिया गांधी ने अध्यक्ष पद पर कमान संभाली थी। कांग्रेस में लंबे वक्त से कयास लगाये जा रहे हैं कि राहुल की फिर अध्यक्ष पद पर ताजपोशी हो सकती है। हालांकि, कई बार गांधी परिवार से अलग अध्यक्ष बनाने की आवाज भी पार्टी में उठी है। कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अपने संबोधन में मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। सोनिया गांधी ने कहा कि मोदी सरकार ने संवेदनहीनता और अहंकार की सभी हदें पार कर दी हैं। किसान आंदोलन को लेकर सोनिया ने कहा कि इन कानूनों को सरकार ने जल्दबाजी में पास कर दिया। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया बोलीं कि संसद में कृषि कानूनों को ठीक से समझने का मौका नहीं दिया गया और अब बैठकों का दौर चल रहा है।
सोनिया ने कहा कि कांग्रेस ने पहले ही इन तीनों कानूनों को सिरे से खारिज कर दिया था, ये कानून एमएसपी से लेकर खाद्य सुरक्षा तक पर सवालिया निशान खड़े करते हैं।
अपने संबोधन में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि राष्टï्रीय सुरक्षा एक गंभीर विषय है, बीते दिनों जो गोपनीय जानकारी लीक होने का मामला सामने आया है वो गंभीर मुद्दा है, जिसपर सरकार चुप्पी साधे हुए है।सोनिया ने कोरोना वैक्सीनेशन अभियान पर कहा कि हमें उम्मीद है कि पूरी प्रक्रिया सही ढंग से पूरी होगी। कोरोना संकट के दौरान सरकार की गलत नीतियों ने कई नुकसान पहुंचाएं हैं। सोनिया गांधी ने अपने संबोधन में कहा कि जब हम विधानसभा चुनावों की तैयारी करें, तो हम संगठन के चुनाव का भी ध्यान देना है।