कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने बंगाल में कूचबिहार के सितलकुची में गोलीबारी को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री का इस्तीफा मांगा है. साथ ही ममता ने लोगों से शांत रहने की अपील की और सीआरपीएफ पर सीतलकूची में मतदाताओं पर गोलियां चलाने का आरोप लगाया. हालांकि सीआरपीएफ ने साफ कर दिया है कि कूचबिहार के सीतलकुची में बूथ संख्या-126 के बाहर ना तो CRPF की तैनाती थी और ना ही वो इस घटना में किसी तरह से शामिल है.
बनर्जी ने एक जनसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से इस बात का जवाब देने को कहा कि राज्य विधानसभा के चौथे चरण के मतदान के दौरान कूचबिहार जिले के सीतलकूची में केंद्रीय बलों की गोलीबारी में लोगों की जानें क्यों गईं. उन्होंने दावा किया कि केंद्रीय बलों के ‘अत्याचार’ को देखकर उन्हें काफी समय से ऐसा कुछ होने की आशंका थी.
“निर्वाचन आयोग को शर्म आनी चाहिए..”
मुख्यमंत्री ने कहा, “इतने लोगों को मारने के बाद वे (निर्वाचन आयोग) कह रहे हैं कि आत्मरक्षा में गोलीबारी की गई. उन्हें शर्म आनी चाहिए. यह एक झूठ है. सीआरपीएफ ने मतदान के लिए पंक्ति में खड़े लोगों पर गोलीबारी की और सीतलकूची में चार लोगों को मार दिया. मुझे इस बात की लंबे समय से आशंका थी कि बल इस प्रकार की कार्रवाई करेंगे. बीजेपी जानती है कि उसने लोगों का जनाधार खो दिया है, इसलिए वह लोगों को मारने का षड्यंत्र रच रही है.”
उन्होंने आरोप लगाया कि यह शाह की रची साजिश का हिस्सा था. बनर्जी ने कहा, “बहरहाल, मैं सभी से शांत रहने और शांतिपूर्ण रूप से मतदान करने की अपील करूंगी. उन्हें हराकर मौत का बदला लें. इस चुनाव में मारे गए लोगों की संख्या तीन साल पहले हुए पंचायत चुनाव से कहीं अधिक है.”
उन्होंने कहा, “यदि आप चुनाव की शुरूआत होने से ले कर अब तक मारे गए लोगों की कुल संख्या की गिनती करें, तो करीब 17-18 लोग मारे जा चुके हैं. कम से कम 12 लोग केवल हमारी पार्टी के थे. निर्वाचन आयोग को आज हुई घटना को लेकर लोगों को स्पष्टीकरण देना चाहिए. हम प्रशासन के प्रभारी नहीं हैं. आयोग प्रशासन का प्रभारी है.”