एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में तथा देवेंद्र फडणवीस ने 30 जून को उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी और अभी केवल वे दोनों ही मंत्रिमंडल के सदस्य हैं।
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शिंदे गुट के प्रवक्ता दीपक केसारकर ने सोमवार को पत्रकारों से कहा, ‘कैबिनेट विस्तार में कोई परेशानी नहीं है।’
केसारकर से सवाल किया गया था कि क्या शिंदे खेमे और पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले शिवसेना गुट के बीच चल रही कानूनी लड़ाई के कारण मंत्रिमंडल विस्तार में देरी हो रही है। केसारकर ने कहा कि दिल्ली में 13 जुलाई राष्ट्रपति चुनाव को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक होनी है और उनके गुट के प्रतिनिध भी उसमें शामिल होंगे।
बता दें कि 4 जुलाई को बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू समर्थन मांगने मुंबई जाएंगी। 18 जुलाई को मतदान से पहले 16 और 17 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव की तैयारी होगी। शीर्ष संवैधानिक पद के लिए निर्वाचकों में संसद सदस्य और विधायक शामिल होते हैं।
केसारकर ने कहा, ‘‘ विधायक राष्ट्रपति चुनाव में व्यस्त होंगे…तो शपथ ग्रहण करने का समय किसके पास होगा? वे किसी तरह की जल्दबाजी में नहीं है।’’
शिंदे और फडणवीस ने पिछले हफ्ते दिल्ली का दौरा किया था और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी।
माना जाता है कि दोनों नेताओं के दिल्ली दौरे के दौरान बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व के साथ महाराष्ट्र में कैबिनेट विस्तार पर चर्चा हुई थी।