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महाशिवरात्रि पर मंदिरों में चार पहर की पूजा, शिवभक्त पंचामृत से करेंगे अभिषेक


जालंधर। साल भर में हर माह मनाई जाने वाली शिवरात्रि में फाल्गुन की महाशिवरात्रि भगवान शिव को अति प्रिय है। इस दिन व्रत रखने वाले, चार पहर की पूजा करने वाले तथा विधिवत शिव उपासना व पंचामृत स्नान करने को लेकर शिव भक्तों में दिन भर उत्साह रहता है। इस बार 1 मार्च को मनाई जा रही महाशिवरात्रि को लेकर शहर के मंदिरों से लेकर बाजारों में व्यापक स्तर पर तैयारियां की गई है। मंदिरों में जहां शिव भक्तों के लिए चार पहर की पूजा करवाने का इंतजाम किया गया है तो बाजारों में शिवरात्रि को लेकर कई नए उत्पाद भी उतारे गए है। जिसकी इन दिनों खासी मांग है।

पिछले साल रहा था कोरोना का साया

पिछले साल महाशिवरात्रि पर कोरोना का साया होने के चलते मंदिरों में सीमित दायरे में मनाई गई थी। वहीं इस बार कोरोना का प्रकोप कम होने के बाद महाशिवरात्रि को लेकर भी शिव भक्तों में भारी उत्साह है। जिसे लेकर अभी से ही महाशिवरात्रि की तैयारियां शुरू हो गई है। मंदिरों में सजावट से लेकर महाशिवरात्रि की पूजा का इंतजाम किया जाने लगा है तो पूजा सामग्री की दुकानों के बाहर शिवरात्रि से संबंधित सामान को प्रमुखता साथ डिस्पले किया गया है।

महाशिवरात्रि पर ऐसे करें शिव पूजा

 

मां चिंतपूर्णी मंदिर, माई हिरां गेट के पुजारी देवेंद्र शास्त्री बताते है कि महाशिवरात्रि पर भगवान शिव की पूजा विशेष विधि के साथ की जानी चाहिए। जिसमें पूजा आसन से लेकर पूजा के सामान को विधिवत अर्पित किया जाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि स्नान करके पूजा का संकल्प लेते हुए पास के शिव मंदिर में पूजा करें। इसके उपरांत सबसे पहले दूध से अभिषेक करें फिर जलाभिषेक तथा बाद में शिवलिंग पर दूध, दही, शहद, इत्र, देसी घी का पंचामृत बनाकर स्नान कराएं। फूल, माला तथा बेलपत्र के साथ मिष्ठान से भोग लगाएं।

व्रत रखने वाले भक्त करें चार पहर की पूजा

 

पंडित दीन दयाल शास्त्री के मुताबिक महाशिवरात्रि का व्रत रखने वाले शिव भक्तों को चार पहर की पूजा करनी चाहिए। वहीं, अंतिम पूजा के दौरान पुरोहित से व्रत का अद्यापन भी मंत्रोच्चारण के साथ करवाए। इसके साथ ही व्रत को विधिवत संपन्न माना जाएगा।

पूजा में यह सामग्री करें शामिल

महाशिवरात्रि पर पूजा करते समय अक्षत, पान, सुपारी, रोली, मौली, चंदन, लौंग, इलायची, दूध, दही, शहद, घी, धतूरा, बेलपत्र, कमलगट्टा को जरूर शामिल करें।

महािवरात्रि पर चार पहर की पूजा का समय

पहला पहर एक मार्च : शाम 6:21 से 9.27

दूसरा पहर एक मार्च : रात्रि 9.27 से 12.33 देर रात

तीसरा पहर दो मार्च : देर रात 12.33 से तड़के 3.39

चौथा पहर दो मार्च : तड़के 3.39 से सुबह 6.45

व्रत का पारण दो मार्च : सुबह 6:45 बजे

बाजारों में सजी दुकानें

महासिवरात्रि को लेकर शहर के बाजारों में दुकानें सज चुकी है। जहां पर महाशिवरात्रि को लेकर पूजा के सामान से लेकर भगवान की पवित्र मूर्तियों व तस्वीरों की मांग में इजाफा हो गया है। पूजा सामग्री विक्रेता अशोक कुमार सिक्का बताते है कि महाशिवरात्रि को लेकर विशेष पूजा पैक तैयार किए जा रहे है। जिसमें पूजा का सामान एक ही पैक में मिल जाएगा। इसके अलावा जयपुर से मंगवाई गई भगवान शिव की प्रतिमा की मांग में इजाफा हो गया है। जिसकी कीमत साइज के मुताबिक 300 रुपये से लेकर पांच हजार रुपये तक है।