पटना

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया चार स्टेट हाइवे का लोकार्पण, कहा- सडक़ों के बेहतर निर्माण एवं मेनटेनेंस से बढ़ेगी सूबे की प्रतिष्ठा


 (आज समाचार सेवा)

पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरूवार को एसएच ८४, ८५, १०२ एवं ९१ का वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से लोकार्पण किया। इन राज्य उच्च पथों के चालू हो जाने से लोगों के आवागमन में सहुलियत होगी। मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सडक़ों के बेहतर निर्माण एवं मेंटेन रहने से बिहार की प्रतिष्ठा बढ़ेगी। गाडिंयों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर सडक़ों का चौड़ीकरण किया जा रहा है। अगर विभागीय तौर पर सडक़ों का मेंटेनेंस होगा तो खर्च में कमी आयोगी ही साथ में इसकी उम्दा गुणवत्ता भी बेहतर रहेगी।

मुख्यमंत्री ने लगभग ११२१ करोड़ की लागत से लगभग १३० किलोमीटर लंबी चार राज्य राज्य पथों का लोकार्पण करते हुए कहा कि पथ निर्माण के द्वारा कई योजनाओं पर भी तेजी से काम किया जा रहा है। हमलोगों के सत्ता संभालने से पहले वर्ष २००५ तक सडक़ों की क्या स्थिति थी, आवागमन में कितनी असुविधा होती थी, ये सभी जानते हैं। वर्ष २००६ में सडक़ों की स्थिति को लेकर सर्वेक्षण कराया। जब से बिहार में हमलोगों को काम करने का मौका मिला है तब से कई पथों, पुल एवं पुलियों का निर्माण कराया गया।

केंद्र में जब श्रद्घेय अटल बिहारी बाजपेयी की सरकार थी, हम भी उस सरकार में मंत्री थे, उस दौरान भी केंद्र सरकार द्वारा राज्य में कई पथों का निर्माण कराया गया। पथ निर्माण विभाग के द्वारा कई योजनाओं पर तेजी से काम किया जा रहा है। केंद्र सरकार के सहयोग से राज्य सरकार द्वारा कई पथों, पुल-पुलियों का निर्माण होने से राज्य की जनता को आवागमन में काफी सुविधा हो रही है। शुरू में हमलोगों ने राज्य के सुदूर इलाके से छह घंटे में राजधानी पटना पहुंचने का लक्ष्य निर्धारित किया था जसे पूरा करने का लक्ष्य प्राप्त कर लिया गया। अब पांच घंटे में राजधानी पटना पहुंचने के लक्ष्य पर काम किया जा रहा है। गाडिय़ों की बढ़ती संख्या को देखते हुए सडक़ों का चौड़ीकरण किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य उच्च पथों का बेहतर ढंग से बनाया गया है। उसका सात से १० मीटर चौड़ीकरण किया जा रहा है। कई राज्य पथ को फोरलेन में बदला गया है। आज राज्य उच्च पथ संख्या ८४, ८५, १०२ एवं ९१ का लोकार्पण किया गया है। इससे लोगों को आवागमन में सहुलियत होगी। उन्होंने कहा कि बाहर के लोग जब बिहार से गुजरते हैं तो यहां के सडक़ों की प्रशंसा करते हैं। यहां की कानून व्यवस्था की भी प्रशंसा करते हैं। सात निश्चय २ के अंतर्गत सुलभ संपर्कता प्रदान करने हेतु शहरी क्षेत्रों मं बाइपास का निर्माण किया जा रहा है। जिन शहरी  क्षेत्रों में जमीन की उपलब्धता में कमी होगी वहां फ्लाइओवर का निर्माण कराया जा रहा है। पथ निर्माण विभाग ऐसे १२० स्थानों को चिन्हित किया है जहां बाइपास निर्माण की योजना है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सडक़ों एवं पुल पुलियों का निर्माण के साथ-साथ उनका मेंटेनेंस जरूर हो। इसे लोक शिकायत निवारण अधिनियम में शामिल किया गया है। ताकि मेंटेनेंस नहीं होने की शिकायत आने पर दोषियों पर कार्रवाई हो सके। मुझे खुशी हुई कि आज कार्यक्रम के दौरान राज्य उच्च पथ परियोजना से संबंधित वृत्त चित्र में पथों के किनारे वृक्षारोपण के संबंध में भी जानकारी दी गयी। सडक़ों के दोनो किनारे अधिक से अधिक संख्या में न सिर्फ वृक्षारोपण हो बल्कि उसकी देखभाल भी जरूर हो। बिहार से झारखंड के अलग होने के बाद राज्य का हरित आवरण क्षेत्र बहुत कम रह गया। राज्य के हरित आवरण बढाने को लेकर बड़े पैमाने पर वृक्षरोपण किया गया है। जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत भी हरियाली को बढ़ावा देने के लिए काम किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि पथ निर्माण विभाग के द्वारा कई पथें का निर्माण तेजी से किया जा रहा है। बिहटा-सरमेरा पथ काफी बेहतर बना है। इससे पश्चिम से पूर्व बिहार की संपर्कता बेहतर हुई है। अटल पथ और पाटली पथ भी बेहतर बना है। उन्होंनें कहा कि घोघा-पंजवारा पथ, अकबरनगर-अमरपुर पथ, बिहियां-जगदीशपुर-पीरो पथ एवं बिहारीगंज बाइपास के निर्माण से उस क्षेत्र के लोगों को आवागमन में काफी सहुलिसत होगी।

इससे पूर्व पथ निर्माण के अपर मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने योजनाओं के बारे में बताया कि ३३२ करोड़ की लागत से ४१.१ किलोमीटर लंबी राज्य उच्च पथ संख्या ८४, घोघा-पंजवारा पथ २२०.७२ करोड़ की लागत से २०.५५ किलोमीटर, राज्य उच्च पथ संख्या ८५ अकबरनगर-अमरपुर पथ ५०४ करोड़ की लागत से ५५ किलोमीटर लंबी, राज्य उच्च पथ संख्सा १०२ बिहियां-जगदीशपुर-पीरो-बिहटा पथ एवं ६४.६० करोड़ की लागत से ४.५५ किलोमीटर लंबी वीरपुर-उदाकिशुनगंज पथ के अंतर्गत बिहारीगंज बाइपास का निर्माण कराया गया है। कार्यक्रम को उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, रेणरु देवी, पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन एवं पथ निर्माण के अपर मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने संबोधित किया।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, ओएसडी डा गोपाल सिंह, उपस्थित थे, जबकि वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से ऊर्जा मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव, ग्रामीण कार्य मंत्री जयंत राज, सांसद दिनेश चंद्र यादव, सांसद गिरधारी यादव, विधायक रामनारायण मंडल, विधायक भूदेव चौधरी, रामविशुन सिंह, सुदामा प्रसाद सहित कई अन्य विधायकगण, जन प्रतिनिधि गण, मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण, विकास आयुक्त आमिर सुबहानी, बिहार राज्य पथ विकास निगम के एमडी पंकज कुमार सहित संबद्घ जिलों के जिलाधिकारी गण एवं अन्य अधिकारी जुड़े हुए थे।