डीएम ने डीडीसी और निदेशक डीआरडीए को दिया निर्देश
मुजफ्फरपुर। समाहरणालय सभाकक्ष में जिलाधिकारी प्रणव कुमार की अध्यक्षता में जल-जीवन-हरियाली से संबंधित समीक्षात्मक बैठक आहूत की गई। बैठक में जिलाधिकारी ने उप विकास आयुक्त और निदेशक डीआरडीए को निर्देश दिया कि किए जा रहे कार्यों का सतत अनुश्रवण करना सुनिश्चित करें। जिन विभागों की प्रगति संतोषजनक नहीं है उनपर विशेष तौर पर फोकस करते हुए उनका अनुश्रवण किया जाय और कार्य में शिथिलता पर कार्रवाई करें।
सार्वजनिक जल संचयन इकाइयों के अतिक्रमण से संबंधित समीक्षा के क्रम में उन्हें निर्देश दिया कि शेष बचे हुए जल निकायों को शीघ्र अतिक्रमण मुक्त करें। निर्देश दिया गया कि प्रखंडों के वरीय प्रभारी प्राधिकारी अतिक्रमण मुक्त कराए जा रहे कार्यों का अनुश्रवण तो करेंगे ही साथ ही संबंधित अंचलों में जाकर अभिलेखों का जांच भी करेंगे। इस संबंध में नगर निगम द्वारा जल-जीवन-हरियाली से संबंधित विभिन्न कार्यों के निष्पादन में संतोषजनक प्रगति नहीं होने के कारण नगर निगम को पत्र लिखने का निर्देश दिया।
विभिन्न विभागों द्वारा जो कार्य पूर्ण किए गए हैं जल जीवन हरियाली पोर्टल पर उनकी एंट्री में शिथिलता बरतने पर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी प्रकट की एवं निर्देश दिया कि सभी विभाग किए गए कार्यों का अनिवार्य रूप से संबंधित पोर्टल पर इंट्री करना सुनिश्चित करें। डीआरडीए निदेशक को इसका सतत अनुश्रवण करने का सख्त निर्देश भी जिलाधिकारी के द्वारा दिया गया।
सार्वजनिक जल संचयन संरचनाओं का जीर्णोद्धार के समीक्षा के क्रम में बताया गया कि 5 एकड़ से अधिक (शहरी एवं ग्रामीण) कुल 72 तालाबों में से 26 का जीणोद्धार किया गया है। जबकि पांच एकड़ तक के 128 तालाबों का जीणोद्धार किया गया है। कुल चिन्हित 34 आहरों में से 20 का जीणोद्धार किया गया है। बताया गया कि शहरी क्षेत्र में 108 कुंओ का एवं ग्रामीण क्षेत्रों में 462 कुंओ का जीर्णोद्धार कार्य पूर्ण कर लिया गया।
इसके अतिरिक्त बैठक में सार्वजनिक कुंओ/ चापाकलों के किनारे सोख्ता का निर्माण, छत वर्षा जल संचयन संरचनाओं का निर्माण, नए जल संचयन स्रोतों का निर्माण, पौधशाला सृजन एवं सघन वृक्षारोपण इत्यादि की भी समीक्षा की गई एवं आवश्यक निर्देश जिलाधिकारी के द्वारा दिए गए। बैठक में उप विकास आयुक्त सुनील कुमार झा, अपर समाहर्ता राजेश कुमार, डीआरडीए निदेशक चंदन चौहान, डीपीआरओ कमल सिंह के साथ विभिन्न विभागों के जिलास्तरीय अधिकारी एवं सभी प्रखंडों के मनरेगा के कार्यक्रम पदाधिकारी उपस्थित थे।