पटना

मुजफ्फरपुर: कोविड से संबंधित आवश्यक दवाओं की उपलब्धता की दिशा में गंभीरता पूर्वक प्रयास करें: जिलाधिकारी


      • ऑक्सीजन गैस की उपलब्धता पर पैनी निगाह रखने की सलाह
      • टीम बनाकर निजी अस्पतालों का जांच करने का आदेश

मुजफ्फरपुर। जिलाधिकारी मुजफ्फरपुर प्रणव कुमार की अध्यक्षता में कोविड-19 से संबंधित बैठक उनके कार्यालय कक्ष में गुरुवार आहूत की गई। बैठक में कोविड-19 से संबंधित आवश्यक दवाओं को लेकर सिविल सर्जन एवं डिप्टी ड्रग्स कंट्रोलर को सख्त निर्देश दिए गए। जिलाधिकारी ने सिविल सर्जन को निर्देशित किया कि सभी जगह कोविड से संबंधित आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करवाएं।

इसी बिंदु पर उन्होंने डिप्टी ड्रग कंट्रोलर को कड़ी फटकार लगाते हुए निर्देशित किया कि कोविड से संबंधित आवश्यक दवाओं की उपलब्धता की दिशा में गंभीरता पूर्वक प्रयास करें अन्यथा कार्रवाई के लिए तैयार रहें। उन्होंने कहा कि इस संबंध में यदि कोई शिकायत मिलती है और जांचोपरांत सही पाया जाता है तो संबंधित पर जिम्मेदारी फिक्स करते हुए कार्रवाई की जाएगी।

बैठक में उप विकास आयुक्त को निर्देश दिया गया कि प्रतिदिन चिकित्सा संस्थानों को उपलब्ध कराए जाने वाले चिकित्सीय ऑक्सीजन गैस की उपलब्धता की गंभीरतापूर्वक अनुश्रवण एवं पर्यवेक्षण करेंगे तथा सतत निगरानी बनाए रखेंगे। चिकित्सीय ऑक्सीजन गैस की आपूर्ति, उठाव एवं वितरण हेतु गठित टीम के पदाधिकारियों को निर्देशित किया गया कि प्रतिदिन इसकी जांच करें तथा दैनिक प्रतिवेदन उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाए।

कोविड मरीज प्रबंधन कोषांग के वरीय पदाधिकारी एवं नोडल अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि सरकारी कोविड हेल्थ सेंटर,कोविड डेडीकेटेड हेल्थ सेंटर या निजी अस्पताल जहां पर कोविड के मरीजों का उपचार हो रहा है उस पर सदैव निगरानी रखी जाए। निर्देश दिया गया कि यह सुनिश्चित हो कि सभी अस्पतालों में कोविड के निर्धारित प्रोटोकॉल एवं मानक संचालन प्रक्रिया के आलोक में कोविड मरीजों का समुचित उपचार हो।

सिविल सर्जन को टीम बनाकर निजी अस्पतालों का जांच करने का निर्देश देते हुए कहा कि यदि कोई निजी अस्पताल बिना विधिवत अनुमति के कोविड मरीजों का इलाज कर रहा है तो उनके विरूद्ध कार्रवाई की जाए।साथ में यह भी निर्देशित किया गया कि कोविड केयर सेंटर एवं डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर में भर्ती कोविड के मरीजों को समय पर उचित गुणवत्ता के अनुरूप अल्पाहार, पानी एवं भोजन आदि की उपलब्धता में कोताही नहीं होनी चाहिए।

बैठक में उपस्थित जिला परिवहन पदाधिकारी को निर्देशित किया गया कि सार्वजनिक परिवहन में 50% का अनुपालन सख्ती से करवाएं। यह बात सामने आई कि दिल्ली से आने वाली बसों में बेतिया, मोतिहारी, सीतामढ़ी बेगूसराय और मधुबनी के पैसेंजर्स को मुजफ्फरपुर में ही उतार दिया जाता है। जिलाधिकारी ने जिला परिवहन अधिकारी एवं  अनुमंडल पुलिस अधिकारी को निर्देशित किया कि ऐसे बस संचालकों पर कड़ी कार्रवाई करना सुनिश्चित किया जाये।

बैठक में  वरीय पुलिस अधीक्षक जयंत कांत  उप विकास आयुक्त डॉ० सुनील कुमार झा, अपर समाहर्ता राजस्व -राजेश कुमार, सहायक समाहर्ता  श्रेष्ठ अनुपम, डीसीएलआर पूर्वी श्री स्वप्निल, डीएसपी मुख्यालय,डीपीआरओ कमल सिंह,जिला परिवहन पदाधिकारी  रजनीश लाल, अपर अनुमंडल पदाधिकारी पश्चिमी पूजा प्रीतम,प्रभारी अनुमाण्डल पदधिकारी पूर्वी कुमारी मनीषा, गोपनीय प्रभारी पदाधिकारी कुमार अभिषेक एवं जिला स्तरीय अन्य पदाधिकारी तथा स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारी उपस्थित थे।