मुजफ्फरपुर। पंचायत आम निर्वाचन -2021 को लेकर आज जिला परिषद सभागार में सभी निर्वाची पदाधिकारी एवं सहायक निर्वाची पदाधिकारियों का प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिला परिषद के लिए आरओ बने दोनों अनुमंडल के एसडीएम तथा अन्य पदों के लिए आरओ बने सभी प्रखंडों के प्रखंड विकास पदाधिकारी तथा सहायक निर्वाची पदाधिकारियों को प्रशिक्षित किया गया।
जिला निर्वाचन पदाधिकारी {पंचायत}-सह-जिलाधिकारी ने उपस्थित सभी पदाधिकारियों को आयोग द्वारा दिए गए निर्देशों के आलोक में चुनाव प्रक्रिया संपन्न कराने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि त्रिस्तरीय चुनाव में वार्ड सदस्य, मुखिया ,पंचायत समिति सदस्य एवं जिला परिषद सदस्यों का चुनाव प्रत्यक्ष रूप से ग्रामीण अंचल के मतदाताओं द्वारा किया जाता है। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को सकुशल संपन्न कराए जाने में निर्वाची पदाधिकारियों और सहायक निर्वाची अधिकारियों की महती भूमिका होती है। इसलिए आरओ एवं ए आर ओ अपने दायित्वों को भलीभांति समझे।
उन्होंने कहा कि निर्वाचन लोकतंत्र का महत्वपूर्ण अंग है। इसे निष्पक्ष और पारदर्शिता के साथ संपन्न कराना सभी की जिम्मेदारी है। कहा कि प्रशिक्षण कार्यक्रम में वरीय पदाधिकारियों द्वारा बताए गए निर्देशों, नियमों और प्रवधानों को भलीभांति आत्मसात कर ले ताकि निष्पक्ष और पारदर्शी निर्वाचन संपन्न कराने में दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़े। उन्होंने सभी आर ओ को अपनी -अपनी हस्त पुस्तिका का अध्ययन करने का निर्देश देने के साथ ही कहा कि सभी अपने दायित्वों को समझे। निर्वाचन प्रक्रिया में किसी भी तरह की कोताही एवं लापरवाही बर्दाश्त नही की जाएगी।उन्होंने कहा कि सभी निर्वाची एवं सहायक निर्वाची पदाधिकारी नामांकन से लेकर मतगणना तक के सभी प्रक्रियाओं, नियमों और प्रवधानों को अच्छी तरह से समझ ले।
अपर समाहर्ता राजेश कुमार ने इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में महत्वपूर्ण बिंदुओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी। यथा- नाम निर्देशन पत्र एवं संलग्नक, नाम निर्देश प्राप्त करते समय देखने योग्य बिंदु, नाम निर्देशन पत्रों की संवीक्षा, नाम वापसी, प्रतीक आवंटन, निर्वाचन अभिकर्ता ,मतदान अभिकर्ता इत्यादि के बारे में विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराई।
इसके पूर्व उप निर्वाचन पदाधिकारी (पंचायत)-सह- जिला पंचायत राज पदाधिकारी मोहम्मद फैयाज अख्तर ने निर्वाची पदाधिकारियों द्वारा संचालित विभिन्न कार्यों यथा- नामांकन, स्कूटनी ,नाम वापसी बैलट पेपर मुद्रण, मतदान एवं मतगणना आदि कार्यों में बरती जाने वाली सावधानियों, नियम एवं प्रवधानों से संबंधित विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराई।
वही प्रशिक्षण कोषांग के नोडल पदाधिकारी-सह-डीसीएलआर पश्चमी मधुकांत द्वारा नामांकन प्रक्रिया के क्रम में व्यवहारिक कार्यों/ कठिनाइयों का क्रमवार संचालन करना एवं विभिन्न कार्यों के लिए सहायक निर्वाची पदाधिकारियों एवं अन्य कर्मियों के बीच कार्यों का बंटवारा कर समन्वय के साथ कार्य करते हुए संभावित कठिनाइयों का आकलन करने एवं उसके समाधान हेतु अग्रिम योजना तैयार करने का सुझाव दिया। इसके अतिरिक्त नामांकन से लेकर मतगणना तक पूरी प्रक्रिया मे इस्तेमाल होने वाले प्रपत्रों एवं विभिन्न चरणों की जानकारी भी उपलब्ध कराई।
प्रशिक्षण में नामांकन पत्रों की व्यवस्था एवं बिक्री के बारे में जानकारी दी गई। जमानत राशि जमा करने और नाम निर्देशन पत्र प्राप्त करने के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई। नाम निर्देशन पत्रों की जांच के बारे में तथा नाम वापसी की प्रक्रिया के बारे में विस्तार से बताया गया। प्रतीक चिन्हों का आवंटन एवं मतदान दलों के प्रशिक्षण के मुख्य बिंदुओं के बारे में व मतदान दलों को निर्वाचन सामग्री उपलब्ध कराने के संबंध में बारीकी से बातें समझाई गई।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में अपर समाहर्ता राजेश कुमार, उप विकास आयुक्त चन्दन चौहान के साथ सभी निर्वाची पदाधिकारी एवं सहायक निर्वाची पदाधिकारी उपस्थित थे।