मुरादाबाद, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव सभी समाज को जोड़ने के लिए लगातार रैलियां कर रहे हैं। वहीं, कार्यकर्ताओं की नासमझी की वजह से खूब फजीहत भी हो रही है। दरअसल कार्यकर्ता एक पार्क में दुष्कर्म पीडि़ता को नमन करने के लिए जुटे थे, लेकिन इस दौरान वे दुष्कर्म पीडि़ता के बजाय पूर्व सांसद फूलन देवी की तस्वीर लेकर बैठ गए और श्रद्धांजलि देने लगे। यह मामला शहरभर में सुर्खियों में है।
मंगलवार को हाथरस के दुष्कर्म कांड के एक साल पूरा होने पर समाजवादी पार्टी कार्यकर्ता दुष्कर्म पीड़िता को श्रद्धांजलि देने के लिए आंबेडकर पार्क में एकत्रित हुए थे। इस दौरान उन्होंने मोमबत्ती जलाई और दुष्कर्म पीड़िताओं को न्याय दिलाने की मांग करते हुए सरकार के खिलाफ नारेबाजी। इसके बार साथ ही लाई गई एक तस्वीर के आगे मोमबत्ती जलाकर श्रद्धांजलि देने लगे। तस्वीर के आगे मोमबत्ती जलाने के बाद तस्वीर हाथ में लेकर नारेबाजी करने लगे। लोगों ने देखा कि फोटो दुष्कर्म पीड़िता नहीं बल्कि पूर्व सांसद फूलन देवी का है तो सभी को जानकारी दी गई। इसके बाद फोटो को वहां से हटाकर इधर-उधर किया जाने लगा। जब मीडियाकर्मियों ने सपा नेताओं से फूलनदेवी का फोटो लगाए जाने के बारे में पूछा तो पदाधिकारी और कार्यकर्ता ले झांकने लगे। फिर सफाई देते नजर आए। इस बारे में सपा जिलाध्यक्ष डीपी यादव ने बताया कि फूलनदेवी के साथ भी अत्याचार हुआ था, इसलिए उनका फोटो लिया गया था।