वाराणसी

युगोंको जोडऩेका काम करती है फि़ल्में-अखिलेंद्र मिश्र


फिल्म फेस्टिवल में कई फिल्मों का हुआ प्रदर्शन

काशी विद्यापीठ शताब्दी समारोह के तीसरे दिन के सांध्य कार्यक्रम में गांधी अध्ययन पीठ स्थित सभागार में फिल्म महोत्सव का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि बालीवुड कलाकार अखिलेंद्र मिश्रा ने शिव तांडव के साथ अपने सम्बोधन की शुरुआत करते हुए नाटक को आहार, सौंदर्य , कार्य ,मोक्ष,  इंद्र की परिकल्पना तथा नाटक को पांच वेदों से सम्बंधित बताया। उन्होंने कहा कि फि़ल्में युगों को जोडऩे का काम करती हैं। उन्होंने कहा कि कला के क्षेत्र में संगीत और लेखनी पर और भी कार्य करने की ज़रूरत है। इसके लिए भारत को आत्म निर्भर भी बनना होगा। इस दौरान विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र एवं देश के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के रहस्यमयी मौत पर आधारित विवेक अग्निहोत्री द्वारा निर्देशित फिल्म द ताशकंद फाइल्स, रिचर्ड एटनबरो द्वारा निर्देशित फिल्म  गांधी, डॉ विजय यादव द्वारा निर्देशित फि़ल्म स्वदेश का प्रदर्शन  का किया गया जिसमें अंग्रेजों द्वारा गांधी जी को दी जानेवाली प्रताडऩा तथा स्वतंत्रता आंदोलन में उनकी भागीदारी को दर्शाया गया। फि़ल्म महोत्सव का उद्घाटन वाइसचांसलर प्रोफेसर टी.एन.सिंह ने किया।