टोक्यो, । रूस-यूक्रेन संकट दिन भर दिन बढ़ता जा रहा है। दोनों देशों के बीच एक बहुत बड़े युद्ध होने के कयास लगाए जा रहे हैं। वहीं दुनिया के कई देश इस संकट को टालने की पुरजोर कोशिश कर रहे हैं। इस बीच जापानी प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा इस सप्ताह सात (जी 7) देशों के समूह की एक आनलाइन बैठक में भाग लेंगे। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार वार्ता का मकसद रूस और यूक्रेन के बीच तनाव कम करने के उपाय निकालना होगा।
कूटनीतिक प्रयास जारी रखेगा जापान
इस संबंध में किशिदा ने अपनी संसद में कहा कि वह जी 7 और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के अन्य सदस्यों के साथ लॉकस्टेप में अपना पूरा प्रयास करेंगे और अंततः रूस-यूक्रेन सीमा पर संकट को हल करने की पूरी कोशिश करेंगे। उन्होंने कहा कि जबकि स्थिति गंभीर बनी हुई है, लेकिन फिर भी जापान तनाव कम करने के लिए अन्य देशों के साथ कूटनीतिक प्रयास जारी रखेगा।
बता दें कि किशिदा ने पिछले हफ्ते ही रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मौजूदा गतिरोध का ‘स्वीकार्य’ राजनयिक समाधान खोजने का आग्रह किया था और यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की के साथ भी फोन पर बात की थी। जेलेंस्की से बातचीत को दौरान उन्होंने कई प्रासंगिक मुद्दों पर चर्चा भी की। इस बीच, जर्मनी द्वारा आयोजित होने वाले गुरुवार के शिखर सम्मेलन में किशिदा के शामिल होने की घोषणा मुख्य कैबिनेट सचिव हिरोकाज़ु मात्सुनो ने की।
मुख्य कैबिनेट सचिव मात्सुनो ने सोमवार को एक प्रेस ब्रीफिंग में बताया कि सरकार यूक्रेन में जापानी नागरिकों से देश छोड़ने का आग्रह कर रही है। उन्होंने कहा कि जापान ने जापानी नागरिकों को निकालने की अपनी योजना के तहत यूक्रेन के पास एक विमान किराए पर लिया है। स्थानीय मीडिया की मानें तो शनिवार तक यूक्रेन में लगभग 120 जापानी नागरिक मौजूद थे।