पटना

राजगीर नगर पंचायत के सफाई कर्मियों ने कार्य किया बंद


राजगीर (नालंदा)(आससे)। राजगीर नगर पंचायत के अस्थाई कर्मचारियों की मांग को पूरा ना होते देख सभी कर्मचारीयों ने एकजुटता का परिचय देते हुए सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए। जिसके कारण पर्यटन स्थल राजगीर की सफाई व्यवस्था चरमरा गई है। सफाई कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर नगर पंचायत कार्यालय के समक्ष पदाधिकारियों के विरोध में जमकर नारेबाजी करते रहे।

सफाई कर्मचारियों का नेतृत्व कर रहे राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी कल्याण संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष उमेश भगत ने कहा कि कोई भी ऐसा साल, महीना ना हुआ होगा जहां मजदूरी एवं वेतन के लिए आवाज को बुलंद ना करना पड़ा हो उन्होंने कहा कि हम लोग सफाई कर्मचारियों को पदाधिकारियों को द्वारा हर हमेशा दरकिनार किया जाता रहा है।

संघ के अध्यक्ष उमेश भगत ने कहा कि हमारी मांग सभी कर्मचारियों को 434 रूपये की दर से वेतन दिया जाए, 2011 से ईपीएफ में हुई कटौती को जोड़कर अब तक दिया जाय, सभी कर्मचारियों को रात्रि वाले कार्य में पुनः रखा जाय, उमेश भगत ने कहा कि कोरोना काल में कार्यरत कर्मचारियों को प्रोत्साहन के रूप में 1 महीने का वेतन अलग से दिया जाय, इसके अलावे रात्रि में काम करने वाले सफाई कर्मियों को वेतन खाते में पेमेंट किया जाय। इतना ही नहीं सफाई कर्मचारियों को महीने के 5 तारीख तक पैसे की भुगतान कर दिया जाय।

संघ के अध्यक्ष उमेश भगत ने कहा कि काम करने वाले सफाई कर्मियों को 247 रूपए प्रतिदिन के हिसाब से वेतन दिया जाता था परंतु जांच करने पर पता चला है कि 327 रूपये की दर से वेतन बनाया जाता है जो बहुत ही गलत बात है। उन्होंने कहा कि मेहनत करने वाले सफाई कर्मियों को वेतन में कटौती करने वाले को किसी कीमत पर माफ नहीं किया जाएगा। अभी देखा जाए तो अस्थाई रूप में 125 कर्मचारीयों की संख्या है। संघ के अध्यक्ष उमेश भगत ने कहा कि जब तक मांगे पूरी नहीं हो जाती तब तक यह अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगा।