पटना

राजगीर: नौलखा मंदिर में आयोजित तीन दिवसीय कैवल्य ज्ञान कल्याण महोत्सव संपन्न


राजगीर (नालंदा) (आससे)। वर्तमान परिवेश में हम लोग सभी धर्म से जुड़े रहकर समाज की सेवा करते रहना चाहिए, यही सबसे बड़ी पूजा है ,जो भी लोग इस जीवन में कुछ ना कुछ समाज के लिए करते हैं वही एक अच्छे इंसान के रूप में जाने जाते हैं। यह बातें श्री जैन श्वेतांबर कोठी स्थित नौलखा मंदिर में चल रहे 20वें तीर्थंकर भगवान श्री मुनीसुव्रत स्वामी जी के कैवल्य ज्ञान कल्याणक महोत्सव के अंतिम दिन अशोक भाई मेहता गुरुजी ने कार्यक्रम के दौरान कही।

गुरुजी ने कहा कि भगवान मुनीसुव्रत स्वामी के अचार कल्याण राजगीर की भूमि इतनी पावन है इसकी जितनी बार यात्रा की जाए वह कम ही होगी। उन्होंने कहा कि इंसान को सभी धर्मों के प्रति आस्था और विश्वास रखनी चाहिए, इससे मन में शांति एवं सुकून भी मिलती है। इस अवसर पर संस्था के ट्रस्टी राजकुमार ने कहा कि यह हमारा परम सौभाग्य है कि तीर्थंकरों विचरण इस प्राचीन नगरी में हुआ है। इस भक्ति पूर्ण तीन दिवसीय आयोजन के लिए हम सबो के प्रति आभार प्रकट करते हैं।

संस्था के सहायक प्रबंधक ज्ञानेंद्र पांडेय ने कहा कि राजगृह नगर में इस तरह का आयोजन होने से पूरा वातावरण भक्तिमय हो जाता है। मुनि सुब्रत स्वामी जी के केवलज्ञान कल्याणक महोत्सव के अंतिम दिन मंदिर परिसर में शोभा यात्रा गाजे बाजे के साथ निकालेंगे जिसमें काफी संख्या में भक्त श्रद्धालु शामिल हुए। शोभायात्रा के पश्चात मंदिर में शकसत्व महा अभिषेक का आयोजन किया गया तथा भगवान के मस्तक के ऊपर छत्र, तिलक, कपाली, अर्पण के साथ-साथ रंगारंग भक्ति कार्यक्रम की प्रस्तुति की गई प्रभु जी के मस्तक पर छत्र चढ़ाने का लाभ मुंबई निवासी परेश भाई, अनीश भाई, प्रिया वेन एवं वैशाली मैं ने लिया।

इस कार्यक्रम में विरायतन के साध्वी यशा जी, रोहिणी जी, साधना जी, संस्था के ट्रस्टी राज कुमार वैद्य, सुरेश चंद्र बोथरा, रमेश चंद्र भूरा, नीलेश भाई कोमल, भाविन भाई, परेश भाई, हनीश भाई ,सुशील जैन, बैधनाथ प्रसाद सिंह, जयनंदन पांडेय संजय गुप्ता, सुधीर उपाध्याय, शिवनंदन प्रसाद, उमराव प्रसाद निर्मल, मुकेश जैन, रामकृष्ण प्रसाद, सुखराज जैन, ज्ञानचंद जैन, मदन चंद अग्रवाल, अरीहम जैन, संस्था के सहायक प्रबंधक ज्ञानेंद्र पांडेय, कैसियर संजीव कुमार जैन, अर्चना जैन, कैलाश उपाध्याय, रेखा जैन, कंचन जैन, सुषमा पांडेय रूपा जैन सहित काफी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लेकर धार्मिक वातावरण का लाभ उठाया।