पटना

डेयरी नेटवर्क से जुड़ेंगे सभी गांव : नीतीश


      • जीविका दीदियां भी शामिल होंगी डेयरी को-ऑपरेटिव में
      • 8-10 पंचायतों पर बनेगा एक पशु अस्पताल
      • मुख्यमंत्री ने की डेयरी डेवलपमेंट की समीक्षा

(आज समाचार सेवा)

पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य के सभी जिलों, प्रखंडों, पंचायतों से लेकर सभी गांवों को डेयरी को-ऑपरेटिव नेटवर्क से जोड़ा जायेगा। इसके लिए उन्होंने कॉम्फेड के अधिकारियों को निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि जीविका दीदियों को भी इसमें शामिल किया जाय तथा महिलाओं के लिए अलग से डेयरी को-ऑपरेटिव सोसायटी बनायी जाय। मुख्यमंत्री बुधवार को १अणे मार्ग स्थित संकल्प में डेयरी डेवलपमेंट की समीक्षा कर रहे थे। कृषि-सह-पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के सचिव एन. सवरण कुमार ने डेयरी डेवलपमेंट से संबंधित विस्तृत जानकारी दी।

बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि २००५ में सरकार में आने के बाद से ही हमलोगों ने दुग्ध उत्पादन में वृद्धि को लेकर कई कार्य किये हैं। पहले से दुग्ध उत्पादन बढ़ा है लेकिन इसे और बढ़ाने के लिए तेजी से काम करना होगा। डेयरी को-ऑपरेटिव सोसायटी को बढ़ावा देने के लिए सरकार शुरू से ही प्रयासरत है और इसको लेकर हर तरह का सहयोग कर रही है।

उन्होंने कहा कि राज्य के सभी जिलों, प्रखंडों एवं पंचायतों से लेकर सभी गांवों को डेयरी को-ऑपरेटिव नेटवर्क से जोड़ें। उन्होंने कहा कि सभी गांवों में महिलाओं के लिए अलग से डेयरी को-ऑपरेटिव सोसायटी का गठन करें एवं जीविका की महिलाओं को भी इसमें शामिल करें। उन्होंने कहा कि गांवों तक डेयरी को-ऑपरेटिव का विस्तार होने से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से लोगों को रोजगार मिलने के साथ-साथ आमदनी भी बढ़ेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आत्मनिर्भर बिहार के ७ निश्चय-२ के अंतर्गत देशी गौ संरक्षण की योजना है। देशी/स्थानीय गाय के नस्ल को बढ़ावा देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि भैंस और गाय के दूध की अलग-अलग उपयोगिता है, जिसे देखते हुए इस संबंध में अध्ययन करायें और उसके आधार पर इसे प्रमोट करें। गाय के दूध के उत्पादन को अलग से और प्रोत्साहित करने की जरूरत है। गाय का दूध स्वास्थ्य एवं अन्य दृष्टिकोण से भी उपयुक्त है।

उत्कृष्ट पशु चिकित्सा उपलब्ध कराने के लिए हमलोग प्रयासरत हैं। उन्होंने कहा कि प्रति ८-१० पंचायतों पर एक पशु अस्पताल बनाने की योजना पर जल्द काम शुरू करें, जहां पशुओं के मुफ्त इलाज के साथ ही उनके लिये मुफ्त दवा की भी व्यवस्था हो।

बैठक में पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री मुकेश सहनी, मुख्य सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव मनीष कुमार वर्मा, कृषि सह पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के सचिव एन.सरवण कुमार, सहकारिता विभाग की सचिव वंदना प्रेयसी, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार एवं काम्फेड की प्रबंध निदेशक शिखा श्रीवास्तव उपस्थित थीं।