मुजफ्फरपुर। पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड में दस माह के बाद सीबीआई 18वें गवाह के साथ बुधवार को विशेष कोर्ट पहुंची। हालांकि, तिहाड़ जेल और भागलपुर जेल से सिविल कोर्ट के वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का नेटवर्क नहीं जुडऩे से गवाह का बयान दर्ज नहीं हो सका। अब गवाह का बयान 21 जनवरी को दर्ज किया जाएगा।
राज्य सरकार की छुट्टी के कारण नेटवर्क नहीं जुड़ पाने से दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद मुख्य आरोपित पूर्व सांसद मो शहाबुद्दीन और भागलपुर जेल में बंद शागिर्द अजरुद्दीन बेग उर्फ लड्डन मियां की पेशी नहीं हो सकी। मुजफ्फरपुर जेल में बंद पांच अन्य आरोपितों की पेशी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई। लॉकडाउन के बाद से सीबीआई लगातार 21 तिथियों से गवाह को हाजिर नहीं कर पा रही थी। इसपर कोर्ट व बचाव पक्ष कई बार आपत्ति जता चुके थे।
बता दें कि 13 मई 2016 को सीवान के स्टेशन रोड में पत्रकार राजदेव रंजन की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस संबंध में पत्नी ने अज्ञात अपराधियों पर एफआईआर दर्ज कराई थी। बाद में केस को सीबीआई को सौंप दिया गया। जांच के बाद सीबीआई ने पूर्व सांसद समेत आठ आरोपितों के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की थी।