रेवाड़ी, । क्षेत्र की तस्वीर व तकदीर बदलने में सक्षम सिद्ध होने वाली आरआरटीएस (रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम) परियोजना के दिल्ली-गुरुग्राम-रेवाड़ी-अलवर कारिडोर को लेकर लोग मुखर होने लगे हैं। दैनिक जागरण के ‘जनता मांगे आरआरटीएस अभियान’ के बाद लोगों को इस परियोजना का काम जल्दी पूरा होने की उम्मीद बंधने लगी है। भाजपा नेता जहां परियोजना की दिल्ली में पैरवी के आश्वासन दे रहे हैं, वहीं विपक्ष के नेताओं को भी अपना कर्तव्य याद आने लगा है। इस बीच बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के दामाद और रेवाड़ी से कांग्रेस के विधायक चिरंजीव राव का कहना है कि भाजपा सरकार आरआरटीएस को लेकर कभी गंभीर नहीं हुई। भाजपाई केवल कारिडोर की बातें करते हैं। हमें बातें नहीं जमीन पर काम चाहिए। युवा विधायक ने आरआरटीएस के मुद्दे पर केंद्र के साथ-साथ राज्य सरकार को भी जमकर घेरा।
उन्होंने कहा कि जब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री दिल्ली-अलवर कारिडोर का काम शुरू करवा सकते हैं तो हरियाणा के मुख्यमंत्री क्यों कमजोरी दिखा रहे हैं। उन्हें भी केंद्र सरकार पर पूरा दबाव बनाकर हरियाणा के विकास को गति प्रदान करने वाली इस योजना को सिरे चढ़वाना चाहिए।
चिरंजीव राव ने कहा कि अगर केंद्र सरकार ने शीघ्र ही दिल्ली-अलवर कारिडोर के प्रथम चरण में दिल्ली-गुरुग्राम-एसएनबी (शाहजहांपुर-नीमराणा-बहरोड़ स्टेशन) स्टेशन तक प्रस्तावित कारिडोर की डीपीआर को मंजूरी नहीं दी तो कांग्रेस चुप नहीं बैठेगी। विधायक ने सरकार को नसीहत देते हुए कहा कि मोदी व मनोहर सरकार को बातें करने की बजाय जनहित से जुड़ी परियोजनाओं को दलगत राजनीति से ऊपर उठकर प्राथमिकता देनी चाहिए।