News TOP STORIES नयी दिल्ली राष्ट्रीय

रामबन टनल में दबे नौ लोगों को निकालने का अभियान फिर हुआ शुरू, भूस्खलन के बाद रोक दी थी कार्रवाई


ऊधमपुर, : जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर रामबन जिला के खूनी नाला इलाके में मुख्य टनल के साथ बन रही एडिट टनल धंसने के कारण मलबे में दबे श्रमिकों को तलाशने का अभियान शनिवार को एक बार फिर युद्धस्तर पर शुरू कर दिया गया है। गत शुक्रवार को लापता दस श्रमिकों में से एक का शव दोपहर को मलबे से बरामद कर लिया गया था। अभी भी नौ लोग मलबे में दबे हुए हैं। इनमें पांच बंगाल, दो नेपाल, एक असम और दो जम्मू-कश्मीर के निवासी हैं।

 

खराब मौसम के बीच शाम को घटनास्थल पर और मलबा गिरने से बचाव कार्य को एहतियातन रोक दिया गया था। परंतु शनिवार सुबह मौसम में सुधार देख प्रशासन ने एक बार फिर बचाव कार्य को तेजी के साथ शुरू कर दिया। काम में तेजी लाने के लिए मशीनों की मदद ली जा रही है। भूस्खलन के बाद टनल के मुहाने पर एक बार फिर मलवा गिर जाने की वजह से लापता लोगों का पता लगाने का अभियान काफी लंबा खिंच सकता है। इससे पहले गत वीरवार देर रात तीन घायल श्रमिकों को बचा लिया गया था, जिनका अस्पताल में उपचार जारी है। इस बीच, जम्मू के डिवकाम और एडीजीपी सहित कई आला अधिकारियों ने घटना स्थल पर पहुंचकर राहत व बचाव कार्य का जायजा लिया। उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने भी विडियो काल के माध्यम से घटना स्थल पर जारी बचाव कार्य का जायजा लेकर दिशा-निर्देश दिए।

जानकारी के अनुसार, वीरवार रात करीब साढ़े दस बजे जम्मू-श्रीनगर फोरलेन हाईवे पर बन रही टनल नंबर-3 की एडिट टनल अचानक धंस गई। उस समय टनल के अंदर व बाहर कुल 13 लोग काम कर रहे थे। हादसे के बाद मलबे की चपेट में आए तीन घायलों को बाहर निकाल लिया गया। मगर एडिट टनल के अंदर काम कर रहे नौ लोग मलबे में दब कर लापता हो गए, जिनका पता लगाने के लिए पुलिस, सेना, एसडीआरएफ और सिविल क्विक रिएक्शन टीम (क्यूआरटी) जुट गई।