रूपौली (पूर्णिया)(आससे)। प्रखंड क्षेत्र में मुख्यमंत्री ग्रामीण पथ अनुरक्षण कार्य अवरुद्ध रहने से क्षेत्रवासी सड़कों की जर्जरता के कारण कुंठित जिन्दगी जीने को मजबूर हो अपने नसीब को कोस रहें हैं। जबकि मानसून के पहले ही बारिश में सड़क तरणताल में परिणत हो आम आवाम को कीचड़ में चलने को विवश कर रखा है। सड़क निर्माण कार्य एजेंसी के द्वारा कुछ माह पूर्व निर्माण कार्य को लेकर सड़क के दोनों ओर मिट्टी काट बांधनुमा मिट्टी को जमा कर काम बंद होने से सड़क पर जलजमाव हो गया है।
बता दें कि राज्य उच्च पथ 65 बिरौली से भाया बिमल चौक, चपहरी मवेशी हाट होते हुए कदमटोला गांव तक 9.100 किलोमीटर की ग्रामीण सड़क का निर्माण वर्ष 2012-13 में किया गया था। निर्माण काल के बाद से आज तक सड़क के रखरखाव के नाम पर किसी भी प्रकार का देखरेख नहीं होने के परिणाम स्वरूप नित नये सड़क दुर्घटना होती आ रही है। जबकि रूपौली विधानसभा क्षेत्र का सबसे पूराना मवेशी हाट जो वर्ष 1957 में ही अस्तित्व में आकर लाखों रुपए की राजस्व दे रही है।
वर्तमान समय में क्षेत्र के निवासियों के साथ साथ मवेशी पालक और व्यापारियों को माल लदा गाड़ी जान जोखिम में डालकर सफर करने की मजबूरी झेलनी पड़ती है।वहीं चपहरी मवेशी हाट से बिरौली की ओर बनामा नहर और रूपाशंकर गैस गोदाम के निकट दो दो जगह सड़क वर्षों पूर्व बर्षा के कारण पूर्णरुपेण कट घटना को अंजाम दे चुका है। जबकि बिरौली हाट के समीप पुलिया के समीप कटाव देख चालकों का रूह कंपा देता है। जिसे स्थानीय लोगों की मदद से आवाजाही के लायक तो तत्काल बनाया गया था किन्तु फिर भी सभी जगहों पर सड़क कटने के कगार पर पुनः आ पहुंचा और कहीं कहीं कट भी चुका है।
जबकि इस ग्रामीण मुख्य सड़क अनुरक्षण निर्माण कार्य का शिलान्यास तत्काल गन्ना उद्योग मंत्री बीमा भारती के द्वारा तामझाम के साथ 13 सितम्बर 2020 को 2 करोड़ 21 लाख 40 हजार रुपए की प्रस्तावित लागत से बनने की की गई थी। जो कार्यकारी एजेंसी कार्यपालक अभियंता ग्रामीण कार्य विभाग कार्य प्रमंडल धमदाहा के अधीन किया जाना था। लोगों की उम्मीद जगी थी कि सड़क निर्माण से क्षेत्र का चहुंमुखी विकास होगा। किन्तु सात माह बीतने के बाबजूद निर्माण कार्य शुरू नहीं किया जाना क्षेत्रवासियों के लिए अबूझ पहेली बनकर रह गई है।