प्रसव कक्ष में बच्चा की मौत पर परिजनों ने एएनएम पर लगाया लापरवाही का आरोप
रूपौली (पूर्णिया)(आससे)। मुख्यालय स्थित रेफरल अस्पताल रूपौली में प्रसव के दौरान प्रसव कक्ष में नवजात की हुई मौत को लेकर परिजनों ने ए एन एम और अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए बबाल काटा।
मामले के बाबत पीड़िता जच्चा गीता देवी की मां मंजू देवी ने अस्पताल में बताया की गुरुवार के दिन लगभग 10:55 बजे दिन में अपनी पुत्री को प्रसव सुविधा के लिए रेफरल अस्पताल में भर्ती करवाया था। प्रसव कक्ष में मौजूद एएनएम परणीता कुमारी और रोली कुमारी ने जांच के बाद कहा कि प्रसव पीड़ा को लेकर घबराने की कोई बात नहीं सबकुछ सामान्य है। किन्तु धीरे-धीरे जब समय बीतने लगा तो हम लोगों को डर होने लगा। क्योंकि मेरी पुत्री का यह प्रथम प्रसव पीड़ा थी। हम लोगों ने कहा कि अगर यहां दिक्कत हो रही है जो हमें दूसरे जगह रेफर कर दिया जाए।
लेकिन उन लोगों ने कहा कि कोई बात नहीं है सामान्य स्थिति में प्रसव हो जाएगा। लेकिन 1:00 बजे के आसपास जब प्रसव हुआ तो एएनएम के द्वारा बताया गया कि बच्चा मृत पैदा हुआ है। जच्चा की मां मंजू देवी और बड़ी मां मीना देवी ने स्पष्ट आरोप लगाते हुए बताया कि प्रसव कक्ष में मौजूद एएनएम के द्वारा जच्चा के पेट पर जोर-जोर से दबाया गया जिससे नवजात शिशु की मौत हो गई।
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. राज आर्यन ने बताया कि बच्चा मृत ही पैदा हुआ था, जबकि जच्चा स्वस्थ्य है। घटना की खबर सुनते ही प्रखंड प्रमुख रेखा देवी अस्पताल पहुंच प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी से वस्तु स्थिति की जानकारी ली। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. राज आर्यन ने प्रखंड प्रमुख रेखा देवी को आश्वस्त करते हुए कहा कि अस्पताल प्रबंधन पर लगाया गया आरोप निराधार है। मृत बच्चा ही पैदा हुआ था जबकि एएनएम की सूझबूझ ने जच्चा की जान बचाई गई।