रोसड़ा (समस्तीपुर)(आससे)। समस्तीपुर-खगड़िया रेलखंड के रोसड़ा घाट व नयानगर स्टेशन के बीच बखरी ढ़ाला गुमती नंबर 11 सी पर जयनगर-मनिहारी जानकी एक्सप्रेस के टक्कर से गुमटी पार कर रहे पॉकलेन जेसीबी क्षतिग्रस्त हो गया। जबकि पॉकलेन जेसीबी के चालक हजारीबाग जिले के बरही थाना क्षेत्र के चतरो गांव निवासी गोखुल महतो के 40 वर्षीय पुत्र मनोज कुमार बुरी तरह घायल हो गया। जिन्हें आसपास के लोगों ने तत्क्षण उपचार के लिए अनुमंडलीय अस्पताल रोसड़ा पहुंचाया। अस्पताल के डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के पश्चात स्थिति नाज़ुक देखते हुए उसे बेहतर ईलाज के लिए डीएमसीएच दरभंगा रेफर कर दिया। जबकि ट्रेन के सभी यात्री सुरक्षित बताए गये हैं।
घटना की जानकारी मिलते ही। जफर आलम पदाधिकारियों के साथ घटना स्थल पर पंहुचकर स्थिति का जायजा लिया और संबधित पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए। घटना के संबध में बताया जाता है कि जानकी एक्सप्रेस ट्रेन संख्या 05284 सुबह 8:08 बजे रोसड़ा घाट पहुंची ओर 8:10 बजे गंतव्य स्थान के लिए प्रस्थान की। जैसे ही बरवरी ढ़ाला के गुमती संख्या 11 सी पर 8:16 मिनट पर पहुंची कि एक पॉकलेन जेसीबी लाइन क्रांस कर रहा था। तभी ट्रेन की टक्कड़ से पॉकलेन क्षतिग्रस्त हो गया। साथ हीं ट्रेन के इलेट्रिक इंजन को भी क्षति पहुंची।
घटना में पॉकलेन जेसीबी के चालक बुड़ी तरह घायल हो गया। घटना स्थल पर मौजूद लोगों ने बताया कि गेट मैन की लापारवाही के चलते गेट खुला ही रह गया। जिससे यह घटना घटित हुई। ट्रेन में सवार यात्रियों ने बताया की चालक और गार्ड के सूझ बूझ और अथक प्रयास से एक बड़ी घटना टला। ट्रेन के चालक द्वारा अचानक ब्रेक लगाया गया जिससे दो बार यात्रियों को झटका महसूस हुआ। सभी यात्री सुरक्षित बताए गये है। घटना स्थल बरवरी ढ़ाला के पास मौजूद लोगों ने बताया कि पॉकलेन जेसीबी से ढ़ाला के नीचे अंडर पासिंग निर्माण कार्य में ठीकेदार द्वारा लगाया गया था।
घटना के पश्चात यात्रियों में अफरा तफरी का माहौल कायम था। घटना की सूचना पर कंट्रोल को मिलते हीं समस्तीपुर से एक रिलीफ डीजल इंजन 9:36 बजे घटनास्थल पर पहुंची और वहां से इंजन समेंत सभी बॉगी को खीचकर 10:41 बजे पुनः रोसड़ा घाट स्टेशन पहुंची। जहां गाड़ी के सेटिंग के पश्चात पुनः दूसरे रिलीफ इंजन से 11:55 बजे गंतव्य स्थान के लिए प्रस्थान किया। ड्यूटी पर कार्यरत स्टेशन मास्टर अभय कुमार ने बताया कि इस तरीके 1 घंटा 12 मिनट विलंब से उक्त ट्रेन का परिचालन संभव हो सका।
घटनास्थल से रोसड़ा घाट स्टेशन पहुंचते हीं यात्रियों ने राहत की सांस ली। भूखे, प्यासे परिजनों के साथ यात्रा करनेवाले यात्री स्टेशन के नीचे दुकानों में चाय नास्ता, बिस्कुट, भोजन आदि ग्रहण किया और बाल बच्चों और परिजनों के लिए पानी, बिस्कुट, चाय तथा भोजन के लिए अलग फैकेट बनवाकर लेते गए।