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वामपंथी छात्रों के विरोध के बाद राहुल गांधी रात में कंटेनर के बजाय केरल के स्कूल में रुकेंगे


तिरुवनंतपुरम (केरल), । भारत जोड़ो यात्रा का नेतृत्‍व कर रहे कांग्रेस नेता राहुल गांधी रविवार को पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ तिरुवनंतपुरम के एक स्कूल में रात बिताएंगे। कांग्रेस के अनुसार, तिरुवनंतपुरम के एक कृषि विश्वविद्यालय में कंटेनरों का एक शिविर लगाया जाना था, जिसके लिए अनुमति भी दी गई थी। लेकिन अंतिम समय में केरल सीपीएम की छात्र शाखा और विश्वविद्यालय की छात्र शाखा ने भारत जोड़ो यात्रा शिविर के विरोध का आह्वान किया।

सूत्रों ने बताया, चूंकि, कांग्रेस यात्रा को विवादों से दूर रखना चाहती है, इसलिए कंटेनर के बजाय राहुल गांधी सहित पार्टी के नेता आज रात सभी यात्रियों के लिए एक स्कूल में रुकेंगे। पार्टी सांसद राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के पांचवें दिन में प्रवेश मार्च के साथ रविवार को अपने केरल में पहुंच गईै है। कांग्रेस नेता रविवार को केरल और तमिलनाडु की सीमा के पास स्थित एक छोटे से शहर परसाला पहुंचे। कन्याकुमारी से कश्मीर तक का 3,500 किलोमीटर का यात्रा को 150 दिनों में पूरा किया जाएगा और इस दौरान 12 राज्यों को कवर किया जाएगा।

 

अगले 18 दिनों के लिए यात्रा केरल से गुजरेगी। 30 सितंबर को कर्नाटक पहुंचेगी। यह उत्तर की ओर बढ़ने से पहले 21 दिनों के लिए कर्नाटक में होगी। पदयात्रा (मार्च) प्रतिदिन 25 किमी की दूरी तय करेगी। कांग्रेस के अनुसार, भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र की विभाजनकारी राजनीति का मुकाबला करने और देश के लोगों को आर्थिक असमानताओं, सामाजिक ध्रुवीकरण और राजनीतिक केंद्रीकरण के खतरों के प्रति जागरूक करने के लिए ‘भारत जोड़ो यात्रा’ आयोजित की जा रही है।

 

यात्रा में पदयात्रा, रैलियां और जनसभाएं शामिल हैं, जिसमें सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा सहित कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शामिल होंगे। गौरतलब है कि राहुल गांधी के साथ पार्टी के सभी सांसद, नेता और कार्यकर्ता कुछ कंटेनरों में ठहरे हुए हैं। इसमें स्लीपिंग बेड, शौचालय और एसी भी लगे हैं। यात्रा के दौरान कई क्षेत्रों में तापमान और वातावरण में अंतर होगा। स्थान परिवर्तन के साथ भीषण गर्मी और उमस को देखते हुए यह व्यवस्था की गई है।

इस साल की शुरुआत में हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा था। यात्रा को आगामी चुनावी लड़ाई के लिए पार्टी के कद को बढ़ाने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।