नई दिल्ली। संसद की सुरक्षा चूक पर आज लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला का बयान आया है। ओम बिरला ने कहा कि हम इस घटना पर काफी सख्ती से कदम उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मामले की उच्च स्तरीय जांच हो रही है।
लोकसभा अध्यक्ष ने इसी के साथ कहा कि वो हर सांसद की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं और इस घटना पर उचित कदम उठाने का भरोसा भी दिया।
विपक्ष ने किया हंगामा
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- विपक्ष के 33 सदस्य लोकसभा से निलंबितः कार्यवाही में बाधा डालने के चलते लोकसभा से 33 विपक्षी सदस्यों को स्पीकर ने निलंबित कर दिया है। सदन में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, द्रमुक सांसद टी आर बालू और दयानिधि मारन और टीएमसी के सौगत रॉय शामिल हैं। .
- जबकि उनमें से 30 को शेष शीतकालीन सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया था, तीन को विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट लंबित रहने तक निलंबित कर दिया गया था।
- तीन – के जयकुमार, विजय वसंत और अब्दुल खालिक – नारे लगाने के लिए अध्यक्ष के आसन पर चढ़ गए थे।
राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने टीएमसी सांसद डेरेक ओ’ब्रायन का निलंबन रद्द करने के लिए सभापति जगदीप धनखड़ को पत्र लिखा है। खरगे ने जल्द से जल्द निलंबन रद्द करने की मांग की है।
- संसद की सुरक्षा चूक को लेकर आज संसद की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सांसदों ने खूब हंगामा किया। सांसदों ने पोस्टर लेकर हंगामा किया, जिसके चलते लोकसभा अध्यक्ष ने कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित कर दी है।
- स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि यह दुखद है कि इस मुद्दे पर राजनीति की जा रही है। उन्होंने कहा कि सदन के वेल में आना और नारेबाजी करना सदन की गरिमा के खिलाफ है।
- निलंबित सांसद संसद के द्वार की सीढ़ियों पर बैठकर प्रदर्शन कर रहे हैं। सदन में प्रवेश करते समय कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने उनसे मुलाकात भी की।
गृह मंत्री पर कांग्रेस ने निशाना साधा
संसद की सुरक्षा चूक पर कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधा है। कांग्रेस नेता ने कहा कि शाह किसी चैनल पर बोलते हैं, जबकि प्रधानमंत्री किसी अखबार से बात करते हैं। उन्होंने कहा कि घटना संसद में हुई है, लेकिन ये लोग यहां नहीं बोलेंगे।