पटना

सीवान: प्रशासन की बड़ी कार्रवाई, अवहेलना मामले में 3 दर्जन दुकानें सील, कई हुए दंडित


पूरे दिन निगरानी में रही पुलिस  

बड़हरिया (सीवान) पहले ही प्रशासन द्वारा लोगों को चेताया गया था कि वे लापरवाही ना करें, जारी गाइडलाइन का सख्ती से पालन करें, अनावश्यक घरों से बाहर ना निकलें, लेकिन सख्त प्रशासनिक निर्देशों को लॉकडाउन के तीसरे दिन  बड़हरिया बाजार में ठेंगा दिखाने का सिलसिला जारी रहा, हालांकि 11:00 बजे के बाद लॉकडाउन के प्रति लोगों की सराहनीय सक्रियता सामने आ रही थी।

दुकानदारों द्वारा भी समय पर दुकानों को बंद कर दिया जा रहा था मगर सरकार द्वारा तय  सुबह 7:00 से 11:00 बजे का वक्त जिसमें केवल आवश्यक सामग्रियों के लिए लोगों को छूट दी गई थी संबंधित दुकानों को खोले जाने की अनुमति थी परंतु इन दुकानों के साथ-साथ, वस्त्र, चप्पल जूता, मिष्ठान समेत बाजार की तमाम दुकाने खोले जाने लगी थी। जिन्हें बंदी के दायरे में रखा गया था।

दुकान खुलने के कारण 7:00 बजे से लेकर 11:00 बजे के बीच ही पूरे दिन होने वाली भीड़  बाजारों में एकत्रित हो रही थी। लोगों का मनोबल कुछ इस कदर बढ़ा हुआ था कि अनिवार्य कार्यों से पहुंचने वालों के पीछे अनावश्यक कार्यों तथा अलग-अलग प्रकार के बहानों के साथ काफी संख्या में महिलाओं और पुरुषों का आगमन बाजार में हो रहा था।

स्थिति साफ-साफ यह बयां कर रही थी कि सरकार द्वारा अनिवार्य कार्यों को लेकर दी गई छूट की आड़ में सख्त निर्देशों के साथ खिलवाड़ हो रहा है। 2 दिनों से पुलिस जब गाइडलाइन अनुपालन को लेकर क्षेत्र का रुख कर रही थी तो प्रशासन को देख प्रतिबंधित दुकानदार ग्राहक समेत दुकानों को अंदर से बंद कर ले रहे थे, कुछ लोग प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों को चकमा दे इधर-उधर छुप जा रहे थे।

इधर पुलिस जा रही थी तो उनकी नजर में सब कुछ बंद दिखाई पड़ रहा था लेकिन पुलिस को भी दो दिनों में ये एहसास हो चुका था कि अनावश्यक भीड़ बाजार में पहुंच रही है। जिसे गंभीरता से लेते हुए शुक्रवार को प्रखंड विकास पदाधिकारी अशोक कुमार, अंचलाधिकारी गौरव प्रकाश, थानाध्यक्ष प्रवीण प्रभाकर, अन्य सहायक पुलिस कर्मियों और सुरक्षा बलों के साथ सुबह करीब 10:00 बजे बाजार में पहुंचे।

अब क्या धड़ाधड़ शटर गिरने की आवाज अधिकारियों के कानों तक पहुंची तो यह स्पष्ट हो गया कि शटर गिरने की आवाज उन दुकानों से है जिन्हें अनुमति नहीं है बस तुरंत ताबडतोड तमाम अधिकारियों ने कंपलेक्स, मार्केट में प्रवेश कर गहनता पूर्वक बारी-बारी से दुकानों को देखना शुरू किया, इस दौरान लगभग एक दर्जन दुकानों के भीतर ग्राहकों की शोरगुल, जारी थी दो दर्जन दुकानों में ताला ही नहीं था। उन्हें भी भीतर से बंद कर लिया गया था।

लापरवाही ने पुलिस के कान खड़े कर दिए, परिणाम स्वरूप अधिकारियों ने तीन दर्जन दुकानों को सील कर दिया। मालूम हो कि जिन दुकानों को सील किया गया उनमें जामो मोड़ स्थित शीश महल साड़ी सूट सेंटर, राजा ज्वेलर्स, साधु मिष्ठान, बिरयानी हाउस जैसी बड़ी दुकानों के साथ-साथ दर्जनों  छोटी बड़ी दुकाने शामिल हैं।

वही सड़क पर बेवजह आवश्यक निकलने वालों पर भी प्रशासन का डंडा चलता नजर आया, इस दरमियान दर्जनों पर लापरवाही भारी पड़ी, कईयों को दंड का भागी होना पड़ा, तथा गलती के लिए प्रशासन के आगे नाक रगड़नी पड़ी।