इंडोनेशिया में प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि “हम साझा विरासत और संस्कृति से जुड़े हुए हैं।” उन्होंने बाली में जी-20 शिखर सम्मेलन के इतर प्रवासी भारतीयों के साथ संवाद करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत और इंडोनेशिया अच्छे और बुरे दोनों समय के साथी हैं। उन्होंने कहा, “भारत और इंडोनेशिया दोनों सुख-दुख के साथी हैं।” प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “भारत और इंडोनेशिया का साथ सिर्फ सुख का नहीं है। हम सुख-दुख में एक दूसरे के दुख को बांटने वाले हैं। जब 2018 में इंडोनेशिया में बड़ा भूकंप आया तो भारत ने तुरंत ऑपरेशन समुद्र मैत्री शुरू किया था। तब मैंने कहा था कि भारत और इंडोनेशिया में 90 नॉटिकल मील का फैसला भले ही हो, हम 90 नॉटिकल मील दूर नहीं हैं, हम 90 नॉटिकल मील पास हैं।” उन्होंने कहा कि चुनौतीपूर्ण समय में भारत इंडोनेशिया के साथ मजबूती से खड़ा है। उन्होंने कहा, “भारत 21वीं सदी में दुनिया के लिये उम्मीद की किरण है और आज का भारत छोटा नहीं सोचता। आज भारत अभूतपूर्व पैमाने और गति से काम कर रहा है।” उन्होंने कहा कि कोविड महामारी के दौरान दवाओं और टीकों में भारत की आत्मनिर्भरता ने दुनिया को लाभान्वित किया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “भारत का प्रतिभा, भारत की टेक्नोलॉजी, भारत का इनोवेशन, भारत का उद्योग इन सब ने दुनिया में अपनी एक पहचान बनाई है। आज दुनिया की बहुत सी बड़ी कंपनियां ऐसी हैं जिनके CEO भारत के हैं। आज दुनिया के 10 यूनिकॉर्न बनते हैं तो उनमें से एक भारत का होता है।” उन्होंने भारतीयों को संबोधित करते हुए आगे कहा, “आज भारत स्मार्ट फोन डेटा के उपभोग में दुनिया में नंबर-1 है। आज भारत कितनी ही दवाइयों की सप्लाई में, अनेक वैक्सीन बनाने में दुनिया में नंबर-1 है। 2014 के पहले और 2014 के बाद के भारत में बहुत बड़ा फर्क है, ये बहुत बड़ा फर्क मोदी नहीं है। ये बहुत बड़ा फर्क है स्पीड और स्केल में।” पीएम मोदी ने कहा कि पिछले 7-8 साल में भारत ने 55 हजार किलोमीटर नेशनल हाईवे बनाए हैं, जो पूरी धरती के लगभग 1.5 चक्कर लगाने के बराबर है। आज भारत आयुष्मान भारत योजना के तहत जितने लोगों को 5 लाख रुपए तक मुफ्त इलाज की सुविधा दे रहा है, वो पूरे यूरोपियन यूनियन की कुल आबादी से ज्यादा लोगों को मिलती है।