सूरत। गुजरात में सूरत जिला कोरोना वायरस के संक्रमण से इन दिनों सर्वाधिक प्रभावित है। अकेले सूरत में 4,366 सक्रिय कोरोना मरीज हैं। इसके अलावा यहां कोरोना की वजह से 1,073 लोग दम तोड़ चुके हैं। यहां कोरोना से 13 साल के एक बच्चे की भी जान चली गई। उसका नाम ध्रुव था, जिसे सांस लेने में दिक्कत थी। परिजनों ने उसका कोरोना टेस्ट कराया था, फिर रिपोर्ट पॉजिटिव आने के 5 घंटे में ही ध्रुव की मौत हो गई।
सूरत में यह अब तक सबसे छोटी उम्र के बच्चे की मौत हुई। मजूरा गेट फायर स्टेशन के नजदीक साची हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने बताया कि, 13 साल के ध्रुव को मोटा वराछा इलाके से हॉस्पिटल लाया गया था। शुरुआत में तो उस बच्चे में कोरोना के कोई लक्षण नहीं दिखाई दे रहे थे। मगर, कोरोना टेस्ट कराने पर पुष्टि हुई कि वो वायरस की जद में है। उसे साची चाइल्ड हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था।
13 साल के ध्रुव के पिता का कहना है कि, बेटा रविवार को पूरी तरह से स्वस्थ था। कोरोना के सामान्य लक्षण उसमें नहीं थे। उसे कोई तकलीफ भी नहीं थी। हां, फिर सांस लेने में दिक्कत होने लगी थी। कोरोना पॉजिटिव निकलने के कुछ ही घंटों बाद वो हमसे छिन गया। ध्रुव के पिता का नाम भावेशभाई कोराट है, जो कि, मोटा वराछा में डी-मार्ट के पास स्थित भवानी हाईट्स में रहते हैं और एम्ब्रॉयडरी का कारखाना चलाते हैं।