राष्ट्रीय

स्वदेश निर्मित दो वैक्सीन के साथ तैयार है भारत-प्रधानमंत्री


प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलनकी शुरुआत
नयी दिल्ली(आससे)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि भारत स्वदेश निर्मित दो वैक्सीन के जरिये मानवता की रक्षा के लिये तैयार है। साथ ही प्रधानमंत्री ने देश के युवाओं का आह्वान किया है कि वे भारत की संस्कृति और गौरव का विश्व भर में प्रचार-प्रसार करने के लिये तकनीक का इस्तेमाल करें। आज 16वें प्रवासी भारतीय सम्मेलन को संबोधित करते हुये प्रधानमंत्री ने कहा कि आज नई पीढ़ी भले ही जड़ों से दूर हो गई हो, लेकिन उनका जुड़ाव भारत से बढ़ा है। उन्होंनेे कहा कि इस बार कोरोना काल में भारत के लोगों ने शानदार काम किया है और ये लोग आसपास के लोगों के प्रति मददगार दिखे। इस दौरान देशवासियों ने सेवा भाव का परिचय दिया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भारत के वैक्सीन का इंतजार सबको है। उन्होंने कहा कि भारत के सामथ्र्य का लाभ सभी को मिलता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में ही बने दो वैक्सीन के साथ भारत मानवता के हित में कार्य करने हेतु तैयार है। उन्होंने कहा कि कोरोना के समय में भी कई नये टेक स्टार्टअप्स भारत से ही निकल कर आये हैं। भारत ने एक बार फिर अपने सामथ्र्य का परिचय दे दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया गवाह है कि जब भी भारत के सामथ्र्य को सवालिया निशानों से देखा गया है तो हर बार भारतीयों ने इसे गलत साबित किया है। जब भारत पराधीन था तो यूरोप में लोग कहते थे कि भारत आजाद नहीं हो सकेगा, लेकिन देशवासियों ने इसे गलत साबित कर दिया। जब भारत आजाद हो गया तो पश्चिम के लोग कहते थे कि इतना गरीब देश एक साथ नहीं रह पायेगा, यहां लोकतंत्र का प्रयोग सफल नहीं हो पायेगा, लेकिन भारत ने इसे भी गलत साबित कर दिया। प्रधानमंत्री ने प्रवासी भारतीयों से कहा कि आज भारत का लोकतंत्र सबसे सफल, सबसे जीवंत है और आज भारत का लोकतंत्र दुनिया में उदाहरण बन गया है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि शांति का समय हो या संघर्ष का, भारतीयों ने डट कर मुकाबला किया है। औपनिवेशिक चुनौती से लेकर आंतकवाद तक हर मोर्चे पर भारत ने दृढ़ता से कार्य किया है। उन्होंने कहा कि बीते वर्ष में प्रवासी भारतीयों ने हर क्षेत्र में अपनी पहचान को मजबूत किया है। विभिन्न देशों के राष्ट्र प्रमुख यह बताते हैं कि वहां रहने वाले प्रवासी भारतीयों ने कठिन समय में कितना बेहतरीन काम किया है। भारत निर्माण में प्रवासी भारतीयों के योगदान का स्मरण करते हुये प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज पूरी दुनिया को अगर भारत पर इतना विश्वास है तो इसका कारण आप प्रवासी भारतीय भी हैं। उन्होंने कहा कि आप जहां भी गये आपने भारतीयता का प्रसार किया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत सरकार हर समय, हर पल आपके साथ खड़ी है। कोरोना काल में वंदे भारत मिशन के तहत 45 लाख भारतीयों को मदद पहुंचाई गई। प्रधानमंत्री ने कहा कि यहां से अब हम आजादी के 75वें साल की तरफ आगे बढ़ रहे है। मेरा आग्रह है कि आजादी के आंदोलन में भाग लेने वाले प्रवासी भारतीयों की जीवन गाथा से संपूर्ण परिचय हेतु डिजिटल पोर्टल निर्मित किये जायें, ये हमारी आने वाली पीढ़ी को प्रेरित करेंगे। आत्मनिर्भर भारत की चर्चा करते हुये प्रधानमंत्री ने प्रवासी भारतीयों से कहा कि आप दुनिया की जरूरतों को पूरा करने के लिए गुणवत्तापूर्ण और सस्ता समाधान दे सकते हैं और भारत से गरीब देशों को लाभ पहुंच सकता है। बता दें कि इस बार प्रवासी भारतीय सम्मेलन का विषय आत्मनिर्भर भारत ही है। उद्घाटन सत्र के दौरान सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोखी ने मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम को संबोधित किया।