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हमें अपहरण नहीं करना था… मिशन केवल हत्या करना था: इजरायल पर हमले में शामिल हमास आतंकी का बयान


 तेल अवीव (इजरायल)। इजरायल और हमास के बीच युद्ध लगातार जारी है। वहीं, द टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के अनुसार, हमास का एक आतंकवादी, जो इजरायल में किबुतज कफर अजा को लूटने में शामिल था, ने कहा है कि उनका मिशन केवल हत्या करना था और उन्हें अपहरण नहीं करना था।

इजरायल के शिन बेट ने बुधवार को एक हमास आतंकवादी का फुटेज जारी किया जिसमें 7 अक्टूबर के हमले के दौरान दक्षिणी इजरायल में उसके कामों के बारे में जानकारी दी गई है।

द टाइम्स ऑफ इजरायल के अनुसार, आतंकवादी ने आगे कहा कि उसे हर उस व्यक्ति को मारने के लिए कहा गया था जिसे उन्होंने देखा हो।

उसने कहा कि (हमें कहा गया था) कि हम जो भी व्यक्ति देखें उसे मार डालें और वापस आ जाएं।

किसी में फर्क नहीं करना जिसे देखो मार दो- हमास आतंकी

द टाइम्स ऑफ इज़राइल की रिपोर्ट के अनुसार, जब रुशा से पूछा गया कि क्या उन्हें पुरुषों, महिलाओं और बच्चों के बीच कोई अंतर करने के लिए कहा गया था, तो उन्होंने कहा, ऐसा नहीं था।

रुशा से जब हमले के लक्ष्य के बारे में पूछा गया और उसे अंधाधुंध हत्या करने का निर्देश क्यों दिया गया, तो उसने जवाब दिया, उन्होंने हमें बताया कि सभी बाशिंदे सैनिक थे… जिसे देखो उसे मार डालो।

इंटरव्यूवर ने रुशा से आगे पूछा कि उन्होंने तुमसे सभी को मारने के लिए कहा था? महिलाओं और बच्चों को भी?”

रुशा ने अपने जवाब में कहा कि ‘हां’।

अजा रुशा ने कफर अजा में नरसंहार का वर्णन करते हुए जोर दिया, हम कफर अजा तक पहुँच गए। हम एक जीप के अंदर थे। (हमारे गाइड) ने एक विस्फोटक उपकरण का उपयोग करके कफ़र अजा की सीमा पर बाड़ खोल दी।

उसने कहा, वह अपने दल के साथ कई घरों में घुस गए और अगर वे खाली थे तो उनमें आग लगा दी। पहले घर में आग लगाने के बाद कोई पानी की नली लेकर पीछे बगीचे की ओर निकला। (हमारी टीम के सदस्यों ने) उसे देखा, उसे गोली मार दी और उसे मार डाला। वह पहली चीज थी जो घटित हुई।

दूसरे घर में अबू रुशा ने खुद ही बेडरूम में आग लगा दी।

रुशा ने कहा, हम तीसरे घर में गए। अंदर एक महिला थी। हमजेह ने उसे मार डाला। उसने उसे गोली मार दी।

टाइम्स ऑफ इजरायल ने बताया, इसके अलावा, उसने कहा कि उसकी टीम ने एक और खाली घर की जांच की और पांचवें घर में चले गए, जहां वे लगभग 90 मिनट तक रहे।

फिर, तीन बाशिंदे हमारी ओर आए।

इस दौरान गोलीबारी हुई जिसमें अबू रुशा ने एक व्यक्ति की हत्या कर दी और उसके साथियों ने हथगोले फेंके। रुशा ने कहा, “इसके बाद शूटिंग रुक गई।”

इसके बाद, वे बागों में चले गए और लगभग दो घंटे तक पेड़ों में छिपे रहे। द टाइम्स ऑफ इजरायल के अनुसार, बाद में, वे खिड़की के माध्यम से दूसरे घर में प्रवेश कर गए।

हमने सेफ रूम में बच्चों की आवाजें सुनी और गोलियां चलाईं- आतंकी

रुशा ने आगे कहा, हमने घर की जाँच की और सेफ रूम में छोटे बच्चों की आवाजें सुनी। जहां हमने गोली मार दी।

इसके साथ ही उसने कहा कि वह और उसके साथी तब तक गोली चलाते रहे जब तक उन्हें कोई शोर नहीं सुनाई दिया।

इंटरव्यूवर ने पूछा, “आपने शोर सुनना बंद कर दिया, इसका क्या मतलब है?”

रुशा ने उत्तर दिया, “वे मर गए।”

जब अबू रुशा से पूछा गया कि क्या इस्लाम में बच्चों को मारने की इजाजत है, तो उन्होंने कहा, “नहीं।”

इंटरव्यूवर ने पूछा, “पैगंबर मोहम्मद ने इस संबंध में क्या कहा है?”

रूशा ने कहा, “बच्चे शामिल नहीं हैं,”।

आखिर में इंटरव्यूवर ने उससे पूछा, “क्या आपके माता-पिता को आपके इन कार्यों पर गर्व होगा?”

इस पर रूशा ने कहा, “वे नहीं जानते कि मैं हमास का हिस्सा हूं। अगर मेरे पिता ने मुझे देखा, तो वह मुझे गोली मार देंगे। वह उन चीजों (जो मैंने किया) के कारण मुझे मार डालेंगे।”