पटना

हरनौत और रहुई के लोगों ने आज से 37 साल पहले होलिका दहन के दिन ही बनाया था विधायक: नीतीश


जनसंपर्क यात्रा के दूसरे दिन सीएम रहुई और हरनौत में अपने पुराने सहयोगी और कार्यकर्ताओं से मिले

बिहारशरीफ। मुख्यमंत्री के जनसंपर्क अभियान के दूसरे दिन आज रहुई एवं हरनौत में जगह-जगह पर लोगों ने उनका भव्य स्वागत किया। इस दौरान रूक-रूक कर सीएम ने लोगों की बातें सुनी, उनका ज्ञापन लिया। इसी क्रम में रहुई तथा हरनौत में कार्यकर्ताओं के साथ मुलाकात की।

रहुई में कार्यकर्ताओं से मिलने के क्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि रहुई के लोगों ने राजनीति के शुरुआत दौर में जो समर्थन और सहयोग दिया है उसे मैं जीते जी नहीं भूल सकता। यह हमारी कर्मभूमि रही है। यहां के लोगों का प्यार और विश्वास ही है कि मैं आज यहां खड़ा हूं। उन्होंने रहुई में कई पुराने सहयोगियों से उनका हाल-चाल पूछा। काफी संख्या में लोग यहां पहुंचे थे।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि जब वे यहां के विधायक बने तो यहां पंचाने नदी बंद थी। लोगों को बहुत परेशानी हो रही थी। विभिन्न नदियों से बाढ़ की स्थिति भयावह थी। सड़क संसाधनों का अभाव था, लेकिन जैसे ही आपलोगों ने मुझे ताकत दिया मैंने यहां के बाढ़ का समाधान निकाला। सड़कों का जाल बिछाया। इस क्रम में लोगों ने कई मांगों से संबंधित ज्ञापन भी दिया।

बाद में मुख्यमंत्री हरनौत पहुंचे जहां वे अपने पुराने सहयोगियों के साथ मुलाकात की। पार्टी के कार्यकर्ता, पदाधिकारी सुदूर गांव से पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि आज से 37 साल पहले होलिका दहन के दिन ही विधानसभा का रिजल्ट आया था और मैं पहली बार विधायक बना था। तब होली में हुड़दंग होता था, लेकिन आज बिहार में अमन-चैन है। उन्होंन कहा कि आपलोगों ने विधायक, सांसद जैसे पदों के लिए मुझे आशीर्वाद दिया और अलग-अलग पदों पर रहकर आपलोगों की खिदमत करता रहा हूं।

रहुई में कार्यक्रम में पूर्व विधायक ई. सुनील कुमार, पूर्व विधायक चंद्रसेन प्रसाद, जिलाध्यक्ष सियाशरण ठाकुर, भवानी सिंह, पिकेश चौधरी सहित अन्य लोग उपस्थित थे। जबकि हरनौत के कार्यक्रम में संजयकांत सिन्हा, रविकांत, राकिशोर प्रसाद उर्फ कक्कु आदि लोग मौजूद थे।