पटना

हाईकोर्ट के निर्देश के बाद  मान गये कर्मचारी, टूटी हड़ताल


काम पर लौटे सफाईकर्मी, सफाई शुरू

पटना (आससे)। हाईकोर्ट के आदेश के बाद पटना समेत राज्य भर के नगर निकायों में पिछले नौ दिनों से जारी हड़ताल समाप्त हो गई है। गुरुवार से सभी दैनिक सफाईकर्मी शहर की सफाई में लग गये हैं। पटना नगर निगम कर्मचारी संयुक्त समन्वय समिति के बैनर तले नगर निगम प्रधान कार्यालय परिसर में बुधवार को आम सभा कर हड़ताल स्थगित करने की घोषणा की गई। साथ ही हाईकोर्ट के अदेश का पटाखा छोड़ कर स्वागत किया गया।

बिहार लोकल बॉडिज कर्मचारी संघ, बिहार स्थानीय निकाय महासंघ के आह्वान पर जारी अनिश्चितकालीन हड़ताल उच्च न्यायालय के निर्णय के अलोक में पूरे बिहार में हड़ताल स्थगित कर दी गयी है। नेताओं ने कहा की उच्च न्यायालय के निर्णय का अध्ययन करने के बाद संचालन समिति ने संतोष प्रकट करते हुए हड़ताल स्थगित करने का निर्णय लिया है। सभा को सम्बोधित करते हुए मोर्चा के अध्यक्ष चन्द्रप्रकाश सिंह ने कहा कि हम न्यायालय का सम्मान करते हुए हड़ताल स्थगित कर रहे हैं।


न्यायालय के आदेश का निकायकर्मियों ने किया स्वागत

पटना (आससे)। बिहार लोकल बॉडीज कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष चंद्र प्रकाश सिंह ने कहा है कि पटना उच्च न्यायालय के आदेश का स्वागत पूरे बिहार के नगर निकाय के कर्मचारियों ने हर्षोल्लास के साथ किया है। पटना सहित अन्य शहरों के भी सफाई कर्मी  अपने अपने काम में लग गए हैं। सफाई कर्मियों ने यह संकल्प लिया है कि पिछले 8 दिनों से जमा कूड़े का अंबार को पूरी तरह से 2 दिनों में ही साफ कर अपने कार्य की ताकत को दिखाएंगे। शायद इससे भी राज्य सरकार को सफाई मजदूरों के प्रति उनका नजरिया बदलेगा। इन नेताओं ने अपने बयान में यह भी कहा कि जिस तरह से हड़ताली कर्मियों ने माननीय न्यायालय के आदेश को सहर्ष स्वीकार किया है।

उसी तरह से नगर निकायों के प्रशासन को भी अविलंब दंडात्मक कार्रवाई वापस लेना चाहिए। मोर्चा के अध्यक्ष श्री सिंह ने पटना नगर निगम मुख्यालय मौर्यालोक के प्रांगण में हुई आमसभा में निगम कर्मियों को माननीय उच्च न्यायालय के आदेश को पढक़र को बिंदुवार अवगत कराया। नगर निकाय कर्मी इस बात से प्रसन्न है कि माननीय उच्च न्यायालय ने सरकार को निर्देशित किया है कि वे समय सीमा के अंदर कर्मियों की मांगों के संबंध में फैसला लें। किसी भी तरह से यह फैसला मनमाना एवं गैर कानूनी नहीं होना चाहिए। साथी फैसला के पूर्व यूनियन प्रतिनिधियों से भी बात करें। 


मजदूरों के अधिकारों का हनन हमलोग बर्दाश्त नहीं करेंगे। प्रवक्ता जितेंद्र कुमार ने कहा कि प्रशासन की दमनकारी नीति और नगर आयुक्त के हड़ताल खत्म होने के भ्रम फैलाने के बाद भी कर्मचारी हड़ताल स्थगित करने की घोषणा तक हड़ताल पर अड़े रहे। इसके लिये वो बधाई के पात्र हैं। सभा का संचालन करते हुए संयोजक मंगल पासवान ने कहा कि दैनिक मजदूरों को स्थायी करने और आउटसोर्सिंग समाप्त करने का निर्देश देते हुए 21 अक्तूबर तक नगर विकास सचिव को हलफनामा दायर करने को कहा है।

सभा को मोर्चा के महासचिव अमृत प्रसाद, बिहार लोकल बॉडीज एम्प्लाइज फेडरेशन के अध्यक्ष शिववचन शर्मा,स्थानिय निकाय कर्मचारी महासंघ के महासचिव श्यामलाल प्रसाद, हिन्द मजदूर सभा के बिन्देश्वरी सिंह, सीटू नेता शंकर साह के साथ राजमोहर सिंह, नीरज वर्मा, मुकेश ठाकुर, दुर्गा गोंड, पवन कुमार, शत्रुघ्न कुमार, सुजीत पासवान, देवेन्द्र प्रसाद आदि ने सम्बोधित किया।

बुधवार को निगम के सभी अंचलों में डोर टू डोर वाहनों का निकला गया लेकिन कचरा वाहनों के साथ सफाई कर्मी नहीं थे। वाहन चालकों ने कूड़ा वाहनों को वार्डों में डोर टू डोर वाहन को घुमाया और लोगो ने अपने-अपने घरों में जमा कूड़ा को वाहन के अंदर डाला। वहीं मुख्य और प्रमुख सडक़ों के साथ गली-मोहल्लों और सब्जीमंडियों से नगर निगम ने युद्ध स्तर पर कूड़ा उठाया गया। दरअसल मंगलवार को पटना हाईकोर्ट ने सफाई कर्मियों को हड़ताल समाप्त करने का आदेश दिया था लेकिन हड़ताली कर्मियों के नेताओं ने हड़ताल समाप्त करने की घोषण नहीं की थी। बुधवार को आमसभा ने अदालत के आदेश का अध्ययन करने के बाद हड़ताल समाप्त करने की घोषण की।