पटना

शेखपुरा: फर्जी खनन चालान एवं पहचान पत्र बनाकर बेचने वाले दो शातिर गिरफ्तार


समाहरणालय के समीप कंप्यूटर दुकान में चल रहा था फर्जीवाड़े का धंधा

शेखपुरा (आससे)। फर्जी खनन चालान व पहचान पत्र सहित कई अन्य दस्तावेज बनाकर गोरख धंधा करने वाले शातिर को गिरफ्तार कर लिया गया। यह शातिर समाहरणालय के समीप कंप्यूटर व प्रिंटिंग प्रेस की दुकान चलाकर फर्जीवाड़े का धंधा कर रहा था। इसकी गुप्त सूचना मिलने पर पुलिस ने छापेमारी की। जिसके बाद प्रशासनिक महकमा भी इस मामूली सी दिखने वाले दुकान में चलने वाले फर्जीवाड़े के धंधे को देखकर आश्चर्यचकित रह गया। दरअसल इस दुकान से फर्जी खनन चालान बड़े पैमाने पर बनाए जाने का मामला सामने आया। इस मामले में स्पष्ट है कि फर्जी खनन चालान के कारण खनन विभाग को सरकारी राजस्व का चूना लगाया जा रहा था जबकि इससे जुड़े माफिया काली कमाई कर रहे थे।

बहरहाल इस धंधे से जुड़े सभी शातिरों की पहचान को लेकर पुलिस पूरे मामले में जुट गई है। इस संबंध में जानकारी देते हुए एसपी कार्तिकेय शर्मा ने बताया कि समाहरणालय से कुछ ही दूरी पर प्रिंस कंप्यूटर नामक दुकान में छापेमारी की गई। छापेमारी के क्रम में दुकान संचालक व सुरदासपुर गांव निवासी छोटे पंडित का पुत्र रोहित कुमार तथा मोहम्मद इकबाल अहमद का पुत्र मोहम्मद आसिफ इकबाल उर्फ दानिश को गिरफ्तार किया गया।

एसपी ने बताया कि इस दुकान से बड़ी मात्र में 63 फर्जी खनिज चालान बरामद किया गया। जबकि भारत सरकार लिखा हुआ स्टिकर 06 की संख्या में बरामद किया गया है। इसके अलावा इस दुकान में वोटर आईडी कार्ड 05 ,आधार कार्ड 11, सीपीयू 01, पेन ड्राइव 02, बिजली विभाग का रसीद बुक 01, ड्राइवरी लाइसेंस 01, ऑनर बुक 02, विभिन्न संस्थाओं का मोहर 41 एवं तीन मोबाइल बरामद किए गए हैं।

एसपी ने बताया कि गिरफ्तार व्यत्तिफ़ फर्जी ढंग से खनन चालान एवं फर्जी पहचान पत्र बना कर असली जैसा प्रयोग करता था एवं भिन्न-भिन्न खनन व प्रतिष्ठानों का मुहर बना कर रखा हुआ था। वही सीपीयू की मदद से एडिट कर कई तरह के प्रमाण पत्र भी वह बना रहा था। बहरहाल गिरफ्तारी के बाद इन मामलों से जुड़े अन्य लोगों की भी पहचान की जा रही है। एसपी ने बताया कि इस प्रकार की घटना में शामिल लोगों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। बहरहाल गिरफ्रतार दोनों लोगों को जेल भेज दिया गया। वही इस प्रकार के कम्प्यूटर व प्रिंटिंग प्रेस दुकान की आड़ में फर्जीवाड़े का गोरखधंधा करने वाले दुकान संचालकों की पहचान में भी पुलिस जुट गई है।