गांवसे कुछ दूरीपर बरामद हुआ शव
बोंगरिया, आजमगढ़। जिला मुख्यालय से ड्यूटी समाप्त कर गुरुवार की शाम तरवां थाना क्षेत्र स्थित घर के लिए रवाना हुए पंचायती राज सफाईकर्मी का शव शुक्रवार की सुबह गांव से कुछ दूरी पर स्थित एक विद्यालय के पीछे संदिग्ध हाल में मिला। मृतक के हाथ व पैर गमछे से बंधे होने तथा शरीर पर चोट के निशान देख उसके हत्या की आशंका जताई गई है। घटना की छानबीन में जुटी पुलिस ने मौके पर डाग स्क्वायड एवं फिगर प्रिंट एक्सपर्ट को भी मौके पर बुलाया लेकिन नतीजा सिफर रहा। इस घटना से क्षेत्र में सनसनी व्याप्त है। तरवां थाना क्षेत्र के लोकईपुर ग्राम निवासी 33 वर्षीय अखिलेश यादव पुत्र रामजी सदर तहसील के पल्हनी ब्लाक में सफाईकर्मी पद पर तैनात था। एक दिन पूर्व अखिलेश को उसके छोटे भाई अर्जुन ने बाइक से ड्यूटी स्थल पर पहुंचाया था। ड्यूटी समाप्त होने के बाद घर के लिए रवाना हुआ। अखिलेश ने देर शाम करीब 8 बजे परिजनों को फोन पर एक घंटे में घर पहुंच जाने की सूचना दिया। काफी देर तक जब वह घर नहीं पहुंचा तो परिजन पूरी रात उसका इंतजार करते रहे। सोमवार की सुबह बजे अर्जुन यादव के फोन पर सूचना मिली की एक युवक का शव क्षेत्र के फद्दूपुर ग्रामसभा में स्थित एक इंटर कालेज के पीछे मिला है। किसी अनहोनी की आशंका से ग्रसित परिजन भाग कर मौके पर पहुंचे। शव देखते ही परिजनों में चीख-पुकार मच गई। मृतक के हाथ व गर्दन गमछे से बांधे गए थे तथा उसके हाथ की उंगली भी कटी थी जिससे अनुमान लगाया गया कि मौत से पूर्व मृतक की हत्यारों से हाथापाई भी हुई थी। मौके पर मौजूद पुलिस ने जिला मुख्यालय से डाग स्क्वायड एवं फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट को भी बुलवाया लेकिन कोई सुराग न मिलने पर पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मृतक दो भाइयों में बड़ा एवं परिवार का एकमात्र कमाऊ सदस्य था। मृतक की पत्नी सुनीता देवी का रो-रोकर बुरा हाल है। मृतक के 5 वर्ष का पुत्र अंश बताया गया है। इस घटना को लेकर क्षेत्र में कयासों का बाजार गर्म है।