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Post Views: 494 ओशो अपनी आंखें बंद कर लो और अपनी रीढ़को आंखोंके सामने लाओ। रीढ़को एकदम सीधा, उन्नत रखो। इसे देखो, इसका निरीक्षण करो और इसके बीचोंबीच एक तंतुको देखो, कमलके तंतु जैसा नाजुक, तुम्हारी रीढ़के खंभेमेंसे गुजर रहा है। रीढ़में बीचोंबीच एक रुपहला धागा है, एक अत्यंत नाजुक मज्जा तंतु। यह शारीरिक तंतु […]
ज्ञानका प्रकाश
Posted on Author ARUN MALVIYA
Post Views: 532 बाबा हरदेव परमात्मा अद्वितीय है। न इसका कोई आदि है, न अंत है अर्थात यह अनादि और अनंत है, असीम है, अपार है, इसलिए इसे मापा नहीं जा सकता। जब दूसरा कोई नहीं है तो इसे एक भी कैसे कहे, क्योंकि एक कहनेसे दोकी शुरुआत होती है, एक कहो तो संख्याकी गिनती […]
संक्रमणसे बचावके लिए टीकाकरण आवश्यक
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Post Views: 505 आनन्द शंकर मिश्र कई देश कोरोना महामारीकी दूसरी या तीसरी लहरसे गुजर चुके है। भारतमें महामारी जनवरीमें कमजोर पड़ चुकी थी परन्तु मार्चमें दूसरी लहरके आसार बनने लगे। महामारीकी दूसरी लहरने सुनामीका रूप ले लिया। २१ अप्रैलसे दैनिक संक्रमणका आकड़ा तीन लाखसे अधिक होने लगा एवं कुछ दिनोंके लिए चार लाख पारकर […]