नयी दिल्ली (आससे)। विद्युत क्षेत्र में अग्रणी गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन लिमिटेड (पीएफसी) ने 29.01.2020 को 16.01.2031 की फिक्स्ड मेच्योरिटी के साथ यूएसडी डिनोमिनेटेड बांड्स यानी ऋण पत्र जारी करके सफलतापूर्वक 500 मिलियन अमेरिकी डॉलर जुटाए हैं। विद्युत मंत्रालय ने बताया कि यह इस वर्ष की शुरुआत के बाद से भारत की तरफ से जारी किया गया सबसे लंबे समय का बॉन्ड है। बॉन्ड में 3.35 प्रति वर्ष का निश्चित कूपन है जो पीएफसी के माध्यमिक बांड के उचित मूल्य के अंदर था। मंत्रालय ने बताया कि ऑर्डर बुक में लगभग 2.55 बिलियन अमरीकी डॉलर की राशि प्राप्त हुई जो 5.1 गुना के ओवर सब्सक्रिप्शन को प्राप्त करती है। बॉन्ड से प्राप्त आय का भारतीय रिजर्व बैंक के बाहरी वाणिज्यिक उधार नियमों के अनुसार उपयोग किया जाएगा जिसमें बिजली क्षेत्र की क्षमताओं के लिए ऋण देना भी शामिल है। बॉन्ड जारी करने की सफलता पर टिप्पणी करते हुए पीएफसी के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक श्री आर.एस. ढिल्लों ने संतोष व्यक्त किया कि वैश्विक स्तर पर चुनौतीपूर्ण कोविड-19 महामारी की स्थिति के बावजूद पीएफसी के बॉन्ड की पेशकश ने अंतर्राष्ट्रीय निवेशकों की व्यापक भागीदारी को आकर्षित किया। यह सौदा बेहद आकर्षक शर्तों पर संपन्न हुआ जो पीएफसी के व्यवसाय में निवेशकों के विश्वास के साथ-साथ इसकी क्रेडिट प्रोफाइल और भारतीय विद्युत क्षेत्र की वृद्धि की कहानी को भी दर्शाता है।