गौरतलब है कि 11 मई को DGCI ने बच्चों पर कोवैक्सीन के क्लीनिकल ट्रायल की अनुमति दे दी थी। इसके लिए सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन ने सिफारिश की थी, जिसके बाद क्लीनिकल ट्राॅयल की अनुमति दी गई। अब दूसरे और तीसरे चरण का ट्रायल शुरु होनेवाला है। आपको बता दें कि भारत बायोटेक ने पिछले साल ही 5-18 साल तक के बच्चों के वैक्सीन के लिए क्लीनिकल ट्रायल की अनुमति मांगी थी। लेकिन उस वक्त सेंट्रल ड्रग रेग्यूलेटर ने उनकी अर्जी को ये कहते हुए खारिज कर दिया था कि वह पहले वयस्कों पर वैक्सीन के प्रभाव से संबंधित आंकड़े पेश करे।
इस मौके पर डाॅ वीके पाॅल ने ये भी बताया कि सिंगापुर से आनेवाले कोविड वैरिएंट और इसके संभावित असर पर नजर रखी जा रही है। उन्होंने कहा कि कोरोना के उपचार में एंटी कोविड ड्रग 2डीजी को शामिल करने पर भी विचार किया जा रहा है। फिलहाल ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने आपातकालीन उपयोग के लिए ही इसे अनुमति दी है।