जेवर पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को सख्त हिदायत दी है कि समय से पहले एयरपोर्ट का निर्माण कार्य पूरा कराए, इसके लिए संसाधनों की कोई कमी नहीं है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट देश के सबसे बड़े एयरपोर्ट के रूप में विकसित हो रहा है।
आसपास के राज्यों को मिलेगा लाभ
इसका लाभ सिर्फ पश्चिम उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली को भी होगा। विकास की इस महत्वाकांक्षी परियोजना को पूरा कराने के लिए प्रदेश सरकार ने पूरी ताकत झोंक रखी है। एयरपोर्ट के निर्माण प्रगति पर लगातार निगाह रखी जा रही है।
लोकसभा चुनाव में बनाएगी मुद्दा
हर माह नियमित रूप से बैठक कर समीक्षा और निर्माण में आने वाली बाधाओं को दूर किया जा रहा है। भारतीय जनता पार्टी नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को आगामी लोकसभा चुनाव के लिए विकास के बड़े माडल के रूप में देख रही है।
इसलिए प्रदेश सरकार की कोशिश है कि एयरपोर्ट का निर्माण कार्य आगामी आम चुनाव से पहले पूरा हो जाए। ताकि आचार संहिता लगने से पहले प्रधानमंत्री के हाथ से इसका उद्घाटन हो सके। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण कार्य पूरा होने की समय सीमा 2024 है। इसी वर्ष में आगामी आम चुनाव प्रस्तावित हैं।
2024 सितंबर से यात्री सेवाएं शुरू हो जाएंगी
मार्च-अप्रैल तक एयरपोर्ट का निर्माण कार्य पूरा करने का दावा किया जा रहा है। इसके बाद सितंबर तक एयरपोर्ट पर ट्रायल होगा और तीस सितंबर 2024 से एयरपोर्ट पर यात्री सेवाएं शुरू हो जाएंगी।
देरी करने पर कंपनी पर हर दिन लगेगा जुर्माना
अगर स्विट्जरलैंड की विकासकर्ता कंपनी ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी तय समय में एयरपोर्ट का निर्माण नहीं करती है तो प्रतिदिन दस लाख रुपये के भारी भरकम जुर्माने का प्रविधान किया गया है। मुख्यमंत्री के एयरपोर्ट के निरीक्षण कार्यक्रम को देखते हुए पिछले दस दिनों से रात दिन काम हो रहा था, लेकिन अब इसमें और तेजी आने की उम्मीद है।