दिल्ली, । जर्मनी में एक भारतीय बच्ची अरिहा शाह की कस्टडी चर्चा का विषय बनी हुई है। यह मामला तूल पकड़ता जा रहा है क्योंकि बच्ची अरिहा को जर्मनी में फोस्टर केयर में पिछले 22 महीने से रखा गया है। अब अरिहा के माता-पिता ने मोदी सरकार से मामले में मदद की गुहार लगाई है। शुक्रवार (11 अगस्त) को अरिहा शाह की मां ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया। मां ने मोदी सरकार से मांग की है कि जर्मनी में भारतीय समुदाय के साथ बच्ची को स्वतंत्रता दिवस मनाने की अनुमति दी जाए।
अरिहा शाह की मां धारा शाह ने कहा, “जून में कोर्ट ने अरिहा शाह की पूरी कस्टडी छीन ली और उसे जर्मन चाइल्ड सर्विसेज को दे दिया। यह कोर्ट का एकतरफा फैसला था। हमें अपनी बात कहने का मौका नहीं दिया गया। वे अरिहा को भारतीय वस्तुओं का भी इस्तेमाल करने की भी अनुमति नहीं दे रहे हैं… हमें अब उसकी स्थिति के बारे में कोई जानकारी नहीं है। हम अरिहा की सुरक्षा को लेकर बहुत चिंतित हैं।”
अरिहा 22 महीने से जर्मनी में…
मां धारा शाह ने आगे कहा, “अरिहा के सांस्कृतिक अधिकारों को संरक्षित करने की जरूरत है। हम चाहते हैं कि अरिहा 15 अगस्त मनाए।” अरिहा शाह ही उम्र अब 29 महीने की हो गई है। जब उसे कस्टडी में रखा गया था तब वह महज 7 महीने की थी। यानी कि अरिहा 22 महीने से जर्मनी में बिना माता-पिता के रह रही है।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, अरिहा शाह के माता-पिता जर्मनी में रहते थे और किसी वजह से अरिहा को चोट लग गई। इसके बाद जर्मनी पुलिस ने अरिहा को चोट पहुंचाने के आरोप में उसे अपने पास रख लिया और पुलिस ने माता-पिता पर चोट पहुंचाने का आरोप लगाया।
माता-पिता ने ही अरिहा का उत्पीड़न किया?
हालांकि, अरिहा के माता-पिता कई महीनों से अपनी बच्ची को वापस पाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उनके हाथ निराशा लगी है। इसी बीच जर्मनी की पैंको कोर्ट ने अरिहा की कस्टडी उसके माता-पिता को देने से इनकार कर दिया। कोर्ट ने कहा था कि उसके माता-पिता ने ही अरिहा का उत्पीड़न किया था।
अरिहा शाह सितंबर 2021 से ही जर्मनी में फोस्टर केयर में रह रही है। इसके लिए ही अरिहा के माता-पिता केंद्र सरकार से बच्ची को भारत लाने की गुहार लगा रहे हैं।