- सर्वशंदानी थे गुरु गोबिंद सिंह महाराज: मुख्यमंत्री
- मानव शांति व सद्भाव के प्रतीक थे गुरु महाराज: राज्यपाल
- गवर्नर, सीएम, डिप्टी सीएम, चीफ जस्टिस, स्पीकर, मंत्री तथा सांसदों ने टेका मत्था
पटना सिटी (आससे)। रात के जैसे बारह बजी वैसे ही दरवार साहेब में वाह-वाह गोबिन्द सिंह जी, बोले सोनिहाल के नारे गुंजने लगे। ऐसे में उपस्थित सिख समुदाय के लोग प्रकाशोत्सव पर एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर खुर्शिया मनायी। इस मनोहक दृश्य देकर जहॉ तख्त के उपस्थित श्रद्वालू भाव-विहोर हो गए वहीं अन्य देश-विदेशों में लाईव शो से सभी ने जन्मोत्सव को देखा।
इसके पूर्व सिखों के दशमेश पिता व खालसा पंथ के संस्थापक श्री गुरू गोबिन्द सिंह महाराज के 354 वें प्रकाशोत्सव पर तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब में बुधवार को बिहार के राज्यपाल फागु चौहान, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, पटना उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति, विधान सभा अघ्यक्ष विजय कुमार सिन्हा, उपमुख्यमंत्री तार किशोर सिंह, उपमुख्यमंत्री रेणु देवी, पूर्व केन्क्तीय मंत्री राम कृपाल यादव, राज्य के पयर्टन मंत्री जीवेश कुमार,कृषि मंत्री अमरेन्क्त प्रताप सिंह, महापौर सीता साहू, पूर्व विधान पार्षद संजय गॉधी,विधायक अरूण कुमार सिन्हा, पूर्व मंत्री प्रेम कुमार, वरिष्ठ आइएएस अधिकारी हरजोत कौर,पूर्व मुख्य सचिव जे-एस-कंग, पंजाब के सांसद प्रेम सिंह चदू माजारा ने मत्था टेंका। इस मौके पर ग्रंथी ने मुख्यमंत्री, राज्यपाल को सिरोफा व तलवार संप्रेम भेंट दी।
इस अवसर पर बिहार के राज्यपाल फागु चौहान ने कहा कि गुरू महाराज का जीवन दर्शन मानव सेवा, शांति व सद्भाव के लिए था साथ ही समाजिक समरता व बंधुता के वातावरण बनने के लिए अपने व परिवार का सर्वोच्च वलिदान देकर एक मिशाल बने।
कार्यक्रम में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि गुरू महाराज सर्वशदानी थे उनके जीवन ने प्रेरणा लेने की आवश्यकता है। उन्होंने गुरू गोबिंद सिंह महाराज के 350वां, शुकराना व राजगीर में गुरू नानक देव जी के 550 वों प्रकाशोत्सव का उदाहरण देते हुए कहा कि राज्य सरकार से जो बना वह किया ऐसे में कारोना काल के कारण समारोह को सादगी से मनायी गयी है।
इस अवसर पर बिहार के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर सिंह,रेणु देवी ने गुरू महाराज से जीवन दर्शन पर अपना-अपना विचार व्यक्त किया।
इससे पहले दरवार साहेब में राज्यपाल ने ‘गोबिन्द प्रकाश’ व मुख्यमंत्री ने कैलेंडर का विधिवत् लोकापर्ण किया। बाद में मुख्यमंत्री ने गुरू के बाग स्थित प्रकाशपुंज व गुरू बाल लीला दर्शन के लिए गये जहां बाबा कश्मीरा सिंह भूरिवाला, बाबा गुरबिंद सिंह, बाबा सुखविन्द सिंह ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया।
वहीं सिरोफा व तलवार आर्शीष के तौर पर दिया। इस मौके पर शिरेामणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमिटि के प्रधान बीबी जागीर कौर,मिडिया प्रभारी जय प्रकाश त्रिवेद्वी, तख्त में पयर्टन विभाग के पदाधिकारी विरेन्क्त कुमार, भाजपा किसान प्रकोष्ट के प्रदेश उपाघ्यक्ष संजीव कुमार यादव, भाजपा नेता रामजी योगेश, शशि कांत शुक्ला, प्रदीप काश, राजेश साह,अशोक गिरी, सुरेश सिंह पटेल, सरदार त्रिलोक सिंह निषाद, सरदार जगजीत सिंह, कमिटि के पूर्व वरीय उपाघ्यक्ष आर-एस-जीत, कमिटि के महासचिव, अघ्यक्ष समेत अन्य लोग शामिल थे। दूसरी ओर रात के डेढ़ बजे पुष्प वर्षा, डंका के चोट पर गुरू गोविन्द सिंह महाराज के जन्मोत्सव धुमधाम से मनायी गयी। इस अवसर पर तख्त के जत्थेदार ने गुरू महाराज के जन्मोत्सव पर गुरू का अरदास, हुक्मनामा, शस्त्र दर्शन कराकर संगत को नेहाल की।
सनातनी परंपरा से हुई आरती
पटना सिटी (आससे)। देश-विदेश में खालसा पंथ के ठका बजाने वाले खालसा पंथ के संस्थापक व सिखों के दशमेश पिता श्री गुरू गोबिन्द सिंह महाराज की जन्म स्थली तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब में 354 वें प्रकाशोत्सव के मौके पर ‘बिहारी गुरू की’ सनातनी परंपरा के अनुसार बुधवार को विशेष आरती की गयी। इस मौके पर तख्त के जत्थेदार ज्ञानी रणजीत सिंह गौहर-ए-मस्किन ने हुमाददानी में हुमाद से गुरू की आरती की। साथ ही सनातनी परंपरा से जन्मोत्सव मनायी गयी।
इस वारे में कमिटि के पूर्व वरीय उपाघ्यक्ष सरदार आर-एस-जीत ने कहा कि सिखों के दस गुरू में अंतिम गुरू व दशमेश पिता गुरू गोविन्द सिंह महाराज की जन्म बिहार के पावन भूमि पर हुयी हैं ऐसे में सनातनी परंपरा के अनुसार देवी- देवताओं की आरती हुमाद से होती हैं और नवरात्र में चंड़ी की पाठ व आरती होती हैं। श्री जीत ने बताया कि पटना साहिब में गुरू की सारी पूजा सनातनी परंपरा से होती हैं यहॉ नानक शाही कैलेड से कोई लेना देना नहीं हैं जबकि नानक शाही कैलेड लागू करने के लिए कई वार विवाद भी हुई।
मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री ने चखा लंगर का प्रसाद
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तार किशोर सिंह ने गुरू गोबिंद सिंह महाराज के प्रकाशोत्सव पर तख्त साहेब व गुरू बाल लीला में दर्शन उपरांत लंगर का प्रसाद चखा। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना काल के कारण समारोह सादगी से मनायी जा रही हैं। इससे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एव उपमुख्यमंत्री तार किशोर सिंह ने तख्त साहेब के लंगर घर में लंगर प्रसाद को ग्रहण किया जबकि गुरू बाल लीला में बाबा कश्मीरा सिंह भूरिवाला ने लंगर हॉल में मुख्यमंत्री को प्रसाद ग्रहण कराया। कार्यक्रम में भाजपा किसान प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाघ्यक्ष संजीव कुमार यादव,भाजपा नेता रामजी योगेश, अंजू सिंह, गुरू बाल लीला में जय प्रकाश त्रिवेद्वी समेत अन्य लोग उपस्थित थे।
कथावाचकों ने किया निहाल
सिखों के दशमेश पिता श्री गुरू गोबिन्द सिंह महाराज की जन्म स्थली तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब में 354वेंं प्रकाशोत्सव के दौरान देश- विदेश से आये रागी जत्था, कथा वाचक व सोदर चौकी कर संगतों को नेहा लिया। इससे पहले सचखंड से आये हजुरी रागी भाई गुरमीत सिंह सावका ने आशा जी की वार पाठ की बाद में रागी देविन्द सिंह, सतनाम सिंह, वीर सिंह लखनऊ, कथा वाचक ज्ञानी पिन्दपाल सिंह लुधियाना, सिंह साहेब के जत्थदेार ज्ञानी रणजीत सिंह गौहर-ए-मस्किन ने गुरू के जीवन दर्शन पर विस्तार से प्रकाश डाला साथ ही जन्म गाथा कही।