पटना

45 टैंकरों से छठव्रतियों के लिए किया जायेगा गंगाजल का वितरण : आयुक्त


घाटों पर भी रहेगी टीकाकरण व टेस्टिंग की व्यवस्था

पटना। प्रमंडलीय आयुक्त पटना संजय कुमार अग्रवाल एवं आईजी पटना संजय सिंह द्वारा छठ महापर्व के अवसर पर छठ व्रतियों एवं श्रद्धालु भक्तों के लिए छठ घाटों पर सुविधा, सुरक्षा एवं एहतियाती उपायों की तैयारी के लिए गांधी घाट पर डीएम, एसएसपी, नगर आयुक्त, एसपी ट्रैफिक सहित कई उच्चाधिकारियों के साथ समीक्षात्मक बैठक की गई। गांधी घाट से गायघाट तक अवस्थित सभी घाटों का भ्रमण कर स्थिति का जायजा लेने के बाद आयुक्त ने संबंधित अधिकारियों को सक्रिय एवं तत्पर होकर मिशन मोड में कार्य पूरा करने का निर्देश दिया।

आयुक्त ने कहा कि छठ महापर्व के अवसर पर नगर निगम द्वारा घाटों से शहर के विभिन्न  मुहल्लों/सार्वजनिक स्थलों पर 45 टैंकर के माध्यम से गंगाजल का वितरण  किया जाएगा। छठ व्रती श्रद्धालु भक्त अपनी सुविधा के अनुसार स्थल से गंगाजल प्राप्त कर सकते हैं। छठ महापर्व के अवसर पर गंगा तट अवस्थित घाटों पर जिला प्रशासन द्वारा सुदृढ़ व्यवस्था की गई है तथापि आयुक्त ने कोविड के खतरे को देखते हुए यदि उनके घर पर स्थिति हो तो लोगों को सुविधानुसार अपने घरों की छतों पर भी छठ व्रत करने की अपील की है ताकि घाटों पर भीड़-भाड़ एवं जल के तेज प्रवाह से बचा जा सके। कोविड-19 का खतरा अभी टला नहीं है इसलिए सभी लोगों को एहतियाती उपाय के तहत सजग, सतर्क एवं सावधान रहने को कहा है तथा मास्क का  अनिवार्य प्रयोग करने को कहा गया है।

टैंकर द्वारा विभिन्न मोहल्लों में गंगाजल उपलब्ध कराया जाएगा। कोविड-19 के खतरा को देखते हुए बच्चे बूढ़े तथा वैसा व्यक्ति जो अभी तक टीका नहीं लिए हैं वे घाटों पर आने से बचें। अपने एवं अपने परिवार/ समाज की सुरक्षा हेतु टीका लेना आवश्यक है। अटीकाकृत व्यक्ति अपने निकटतम स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर टीका अवश्य ले लें। साथ ही घाटों पर भी टीकाकरण /टेस्टिंग की व्यवस्था की गई है।

घाटो को स्वच्छ एवं सुंदर बनाने हेतु लाइटिंग की विशेष व्यवस्था की जायेगी। बिजली विभाग के अधिकारियों को पूरी सावधानी, सक्रियता एवं तत्परता के साथ बिजली की घाट वार शुद्र व्यवस्था करने का निर्देश दिया ताकि घाटों पर रोशनी के साथ-साथ आकर्षण भी बना रहे। छठ व्रतियों एवं श्रद्धालु भक्तों के सुगम एवं सुचारु आवागमन हेतु घाटो के एप्रोच रोड को चौड़ा रखने तथा सतत मॉनिटरिंग एवं निरीक्षण कर पहुंच पथ को अतिक्रमण से मुक्त रखने का सख्त निर्देश दिया। साथ ही एप्रोच रोड के स्ट्रीट लाइट एवं हाई मास्ट लाइट को कार्यरत करने का निर्देश दिया।

गंगा नदी के जल स्तर एवं उसके तेज प्रवाह को देखते हुए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ को सक्रिय एवं तत्पर रखने तथा तथा प्रतेक टीम के साथ गोताखोर की तैनाती करने का निर्देश दिया ताकि घाट पर दुर्घटना को रोका जा सके। करीब 200 गोताखोर की सूची तैयार कर आपदा प्रबंधन शाखा के द्वारा सक्रिय अवस्था में रखा गया है।

गंगा तट के घाटों पर भीड़ भाड़ की अधिक संभावना रहती है। आयुक्त ने डीएम एवं एसएसपी को घाटों पर श्रद्धालु भक्तों की सुरक्षा हेतु पर्याप्त संख्या में दंडाधिकारी पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस बल की तैनाती करने तथा वाच टावर लगाने का निर्देश दिया। साथ श्रद्धालु भक्तों के आने जाने वाले रास्तों पर भी मजिस्ट्रेट एवं पुलिस पदाधिकारी की तैनाती करने को कहा। उन्होंने भीड़ प्रबंधन के साथ-साथ व्यवस्था प्रबंधन पर भी विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया।

आयुक्त ने जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता से गंगा नदी के जल स्तर की स्थिति पर लगातार निगरानी रखने तथा अवगत कराते रहने का निर्देश दिया ताकि जल स्तर एवं उसके प्रवाह के अनुरूप अपेक्षित तैयारी की जा सके। इस दौरान आयुक्त ने जल संसाधन विभाग तथा  प्रतिनियुक्त मजिस्ट्रेट द्वारा संयुक्त रुप से घाट का निरीक्षण करने तथा संयुक्त प्रतिवेदन देने का निर्देश दिया। दोनों अधिकारियों के संयुक्त प्रतिवेदन के आधार पर ही घाट को खतरनाक घोषित कर सूची तैयार की जाएगी। प्रतिनियुक्त मजिस्ट्रेट के द्वारा घाटों की सतत एवं प्रभावी मॉनिटरिंग कर घाट पर सभी आवश्यक व्यवस्था पूर्ण कराई जा रही है। तथापि संबंधित मजिस्ट्रेट को एक्टिव मोड में रहने तथा लगातार निरीक्षण कर अविलंब कार्य पूरा कराने का निर्देश दिया। बैठक में डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह, एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा सहित कई अन्य अधिकारी उपस्थित थे।