भदोही, ज्ञानपुर

भदोही: रविवार को स्थिर रहा गंगा का जलस्तर, उफनाई गंगा को देख लोग भयभीत


●समाचार सारांश-

◆सीतामढ़ी महर्षि वाल्मीकि घाट की पक्की सीढ़ीयों पर लहरें मार रही उफनती गंगा का पानी


◆शनिवार से रविवार सुबह 9 बजे तक 1 सेमी. प्रति घण्टे बढ़ रहा था जलस्तर, उसके बाद स्थिर


◆तटवर्ती वाशिंदे भयभीत, कलिंजरा गांव के नाले में घुसा बाढ़ का पानी, कोनिया के डेंगुरपुर घाट को जाने वाला रास्ता जलमग्न, 77 मीटर 62 सेमी. के आंकड़े पर बह रही गंगा


कोइरौना/ज्ञानपुर(भदोही)। लगातार बढ़ रहे गंगा के पानी में लहरें उफान मार रही हैं। स्थिति देख तटवर्ती इलाके के वाशिंदों में हलचल बढ़ गई है। डीघ ब्लॉक के कोनिया इलाके के बसगोती मवैया छेछुआ भुर्रा आदि गांवों में निचली तराई में उपजाई गईं फसलों को रौंद गंगा का पानी अब किनारे ऊंचाई पर स्थित खेतों में घुसने को बेताब नजर आ रहा है। कलिंजरा-फुलवरिया गांव की सीमा पर नाले में पानी घुसने लगा है। तो बारीपुर गांव के छोटे नालों में पानी घुसने की खबरें हैं। उधर डेंगुरपुर पीपापुल वाले घाट को जाने वाला खड़ंजा मार्ग गंगा नदी में आई बाढ़ के पानी से लबालब भर गया है।

गंगा नदी में आई बाढ़ के पानी से डूबा डेंगुरपुर घाट का रास्ता

गंगा के जलस्तर में लगातार वृध्दि हो रही है। हालांकि रविवार को दिन में पानी स्थिर रहा। केंद्रीय जल आयोग वाराणसी के कर्मचारी सूरज श्रीवास्तव व अमित सिंह द्वारा प्राप्त सूचना के अनुसार भदोही के सीतामढ़ी स्थित मीटर गेज पैमाने पर रविवार शाम 4 बजे गंगा का जलस्तर 77 मीटर 62 सेंटीमीटर के आंकड़ें पर पहुंच गया था। रविवार को जलस्तर सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे खबर लिखे तक स्थिर रहा। उससे पूर्व रात से रविवार सुबह 9 बजे प्रति घण्टे 1 सेमी की रफ्तार से जलस्तर में वृध्दि हो रही थी। सीतामढ़ी स्थित महर्षि वाल्मीकि गंगा घाट की पक्की सीढ़िया मंदाकिनी की बढ़ती जलधारा में डूबती जा रही हैं।

धार्मिक नगरी सीतामढ़ी के महर्षि वाल्मीकि घाट की पक्की सीढ़ियों पर बाढ़ का पानी

गंगा तट वासियों के बीच उफनती गंगा के पानी को देख भय की स्थिति पैदा हो गई है। उधर अपुष्ट खबरों के अनुसार गंगा नदी में अभी नरौरा बांध व कोटा चंबल का पानी एवं कानपुर बैराज से पानी आने की संभावनाएं हैं। तो हल्की फुल्की बारिस भी हो रही है। जिससे अभी जलवृध्दि जारी रहने की उम्मीदें हैं। गंगा की धाराओं से तीन तरफ से घिरे डीघ क्षेत्र अंतर्गत स्थित छेछुआ भुर्रा हरिरामपुर गजाधरपुर आदि गांवों में कटान होनी शुरू हो गई है। हालांकि पिछले वर्ष छेछुआ में लगाया गया जिओ कटर ट्यूब मिट्टी कटान रोकने में काफी हद तक सफल है। उफनाई गंगा की जलधारा किनारों से नाता जोड़ने के बाद अब ऊंचाई पकड़ खेतों व बस्तियों में घुसने को आमादा दिख रही है। बारीपुर व नारेपार सीमा पर स्थित मल्लाह बस्ती के विल्कुल समीप तक पानी पहुंच गया है।