गुलाब नबी आजाद से मुलाकात पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा, कौन क्या कहता है, मुझे नहीं पता। कोई कुछ भी कहता रहता है। आजाद ने अचानक से पार्टी छोड़ी, उसके बारे में हमें कुछ नहीं बताया। हुड्डा ने कहा कि गुलाम नबी आजाद से उन्होंने यही पूछा कि उन्होंने पार्टी क्यों छोड़ी। सोनिया गांधी ने हमारी बात मानी। पार्टी अध्यक्ष पद के लिए चुनाव होने जा रहा है।
हुड्डा ने कहा कि गुलाम नबी आजाद और हम बरसों एक ही परिवार का हिस्सा रहे हैं। ऐसे में उनसे मिला और पार्टी छोड़ने का कारण पूछा। पूर्व सीएम ने कहा कि वह गांधी परिवार के साथ हमेशा खड़े थे और रहेंगे। फिलहाल वह 4 सितंबर की हल्ला बोल रैली की तैयारियों जुटे हुए हैं। रैली में हरियाणा से बड़े जनसैलाब की भागीदारी होगी।
वहीं, गुलाम नबी आजाद से हुड्डा की मुलाकात पर पूर्व प्रदेश अध्यक्षा कुमारी सैलजा ने हाईकमान को चिट्ठी लिखी है। कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्षा और मौजूदा सीडब्ल्यूसी सदस्या ने कहा कि जिस तरीके से भूपेंद्र सिंह हुड्डा और गुलाम नबी आजाद के बीच मुलाकात होती है यह कहीं न कहीं सही नहीं है। इस पूरे मामले को मैंने आलाकमान के सामने अपनी बात रखी है।
कुमारी सैलजा ने कहा कि उन्होंने हाईकमान से मांग की है कि इस मामले का संज्ञान लें, क्योंकि मुलाकात का समय सही नहीं है। अब गुलाम नबी आजाद कांग्रेस मे नहीं हैं। जिस तरीके से गुलाम नबी आजाद ने पिछले दिनों कांग्रेस को छोड़ा।
पूर्व प्रदेश अध्यक्षा ने कहा कि राहुल गांधी के खिलाफ कांग्रेस के खिलाफ उन्होंने बहुत सारी बातें बोली उसके बाद गुलाम नबी आजाद से जाकर मिलना यह कहीं न कहीं हरियाणा और कार्यकर्ताओं में गलत मैसेज छोड़ता है, जिससे कांग्रेस को नुकसान हो सकता है। कांग्रेस को इस पूरे मामले में संज्ञान जरूर लेना चाहिए। सैलजा ने कहा कि उन्होंने अपनी भावनाओं से पार्टी हाईकमान को अवगत करा दिया है। अब यह पार्टी को देखना है।