भाजपा ने उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में भी ऐसा ही किया था। वहां मिले सकारात्मक परिणाम से पार्टी उत्साहित है। उत्तराखंड में भाजपा ने 70 में से 47 सीटें जीत सरकार बनाई है। इसमें 20 विधायक पहली बार जीतकर आए हैं। पार्टी ने विधायकोंऔर मंत्रियों के टिकट काटकर नए चेहरों पर विश्वास किया था और सफलता भी मिली। इतना ही नहीं 12 विधायकों और मंत्रियों के हलके बदले थे। इनमें 10 को जीत मिली।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि प्रदेश से लेकर भाजपा हाईकमान इसी माडल को हिमाचल में लागू कर रिवाज बदलने की तैयारी में है। हिमाचल भाजपा की कोर कमेटी से लेकर विधानसभा चुनाव के लिए गठित सभी समितियां इससे सहमत हैं। इसे लागू कैसे किया जाता है, यह देखना दिलचस्प होगा। हालांकि, विरोध की आशंका कम ही नजर आ रही है।
जयराम को सीएम बना चौंकाया था
हिमाचल में 2017 के विधानसभा चुनाव में दो बड़े परिवार सीएम की कुर्सी से दूर हुए थे। चुनाव भाजपा जीती थी, लेकिन मुख्यमंत्री के प्रबल दावेदार प्रेम कुमार धूमल अपनी सीट हार गए थे। उस समय भी भाजपा ने जयराम ठाकुर को मुख्यमंत्री बनाकर सबको चौंका दिया था, क्योंकि उनका नाम संभावितों में भी नहीं था। कांग्रेस की हार के कारण वीरभद्र सिंह सातवीं बार मुख्यमंत्री नहीं बन पाए थे।
तीन मंत्रियों व कई विधायकों के बदले जाएंगे हलके
भाजपा कोर कमेटी की बैठक में पहले ही किन मंत्रियों के हलके बदले जाने हैं या फिर किन विधायकों को दूसरे हलके में चुनावी समर में उतारना है। इस पर चर्चा हो चुकी है, लेकिन इनकी संख्या कितनी होगी, ये तो आने वाले समय ही तय करेगा। लेकिन हिमाचल में भाजपा चौकाने वाले कई फैसले आने वाले चुनावों के लिए प्रत्याशियों की जारी होने वाली लिस्ट में कर सकती है। इसमें तीन मंत्रियों के साथ कई विधायकों के नाम शामिल हो सकते हैं।