सीवान (आससे)। जिले के जिला परिषद के जिला अभियंता धनंजय मणि तिवारी के ठिकानों पर मुजफ्फरपुर से आई निगरानी की टीम ने छापेमारी की और छापेमारी मे लगभग तीन करोड 20 लाख रुपए की संपत्ति के कागजात बरामद हुए हैं, एवं उनके चेस्ट चेंबर से रु. 4.92 लाख, कई एटीएम कार्ड एवं अकाउंट नंबर के साथ-साथ कई संदिग्ध रसीद भी निगरानी की टीम जप्त की हैं।
रविवार की सुबह जैसे ही निगरानी की टीम ने उनके आवास एवं कार्यालय प्रकोष्ठ समेत एक साथ तीन जगहों पर छापेमारी की तो जिले में हडक़ंप मच गया। पहले से भी विवादास्पद रहे जिला अभियंता के यहां छापेमारी के लिए कई थानों की पुलिस को बुलाया गया था तथा परिंदा भी पर न मार सके ऐसी घेराबंदी की गई थी। कई घंटों तक चली छापामारी के बाद मुजफ्फरपुर निगरानी की टीम के बाहर निकली, निगरानी के टीम के प्रभारी एवं निगरानी के पुलिस उपाधीक्षक द्वारा जब सामानों की जानकारी दी गई।
इस संबंध में उन्होंने बताया कि बीते 19 फरवरी को निगरानी थाना मुजफ्फरपुर में मामला दर्ज की गई थी। उन्होंने बताया कि कागजातों एवं नगदी को जप्त कर उसकी जांच की जा रही है। उसके बाद कानूनी कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने बताया कि बीते 19 फरवरी को उनके विरुद्ध शिकायत दर्ज की गई थी कि वे आय से अधिक संपत्ति रखते हैं और नाजायज धन इकट्ठा किए हुए हैं।
उन्होंने बताया कि शिकायत के बाद टीम ने उनके ठिकानों पर छापेमारी की है। उन्होंने बताया कि उनके चेंबर से 4.92 लाख, एटीएम कार्ड और बहुत ही रसीदें प्राप्त हुई है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इसके बाद निगरानी की टीम जिला अभियंता के पैतृक आवास पर छापेमारी करने गई जहां 78 जमीन के दस्तावेज प्राप्त हुए हैं, जिसकी अनुमानित कीमत 2 करोड़ पचास लाख बताई जाती है।
आवास पर की गई छापामारी मे 9.30 लाख के ज्वेलरी 16 लाख 50 हजार के निवेश के कागजात भी बरामद हुए हैं। इसके अतिरिक्त एक स्कॉर्पियो एक हार्वेस्टर एक ट्रैक्टर एक मोटरसाइकिल भी बरामद हुआ है। जिला अभियंता के यहां की गई छापामारी में लगभग कुल तीन करोड़ 20 लाख रुपए की संपत्ति बरामद हुई है।