पटना (आससे)। जल संसाधन मंत्री संजय झा ने बताया है कि फल्गू नदीपर गया में विष्णुपद मंदिर के पास जल संचय के लिए परंपरागत कंक्रीट डैम के स्थान पर रबर डैम का निर्माण कराया जायेगा। जो कि नयी तकनीक है एवं इसका प्रयोग बिहार में पहली बार किया जा रहा है। उन्होंने दावा किया कि रबर डैम पर्यावरण हितैषी है। एवं पर्यटन को भी बढ़ावा देने में सहायक हैं।
वे बिहार विधान परिषद में संजीव श्याम सिंह के प्रश्नों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि फल्गू नदी में सतही जल का प्रवाह मानसून अवधि के कुछ भाग को छोडक़र प्राय: नगण्य रहता है। जिससे श्रद्धालुओं को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने बताया कि इस समस्या के समाधान के लिए फल्गू नदी के बाएं तट पर विष्णुपद मंदिर के निकट पूरे वर्ष जल उपलब्ध कराने के लिए २६६ करोड़ ५० लाख ८७ हजार रुपये की लागत से रबर डैम का निर्माण कराया जाना है एवं ठहरे हुए पानी को हटाने के लिए बोरवेल भी बनाया जाना है।
उन्होंने बताया कि जल के उप सतही प्रवाह को रोकने के लिए १०३१ मीटर लंबी सीट पाइल एवं ३०० मीटर डायफ्राम वॉल बनाना है। योजना पर चल रहा कार्य प्रगति पर है एवं लगभग १०८ मीटर की लम्बाई में नदी के तल में चट्टान के लेवल तक सीट पाइल का कार्य पूर्ण कराया जा चुका है। उन्होंने बताया कि आईआईटी रुडक़ी के विशेषज्ञों के द्वारा स्थल निरीक्षण के बाद ही तैयार योजना पर कार्य किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि नदी के दायें तट पर अवस्थित सीता कुंड की तरफ पैदल यात्रियों को जाने के लिए पुल का निर्माण नदी के बायें तट के तरफ एक अदद घाट एवं दायें तरफ को अदद घाट का निर्माण भी कराया जाएगा। यह काम सितम्बर, २०२३ तक पूरा करा लिया जायेगा। उन्होंने बतायाकि इसके अतिरिक्त गया जिले में विष्णुपद मंदिरके ९ किलोमीटर निम्न प्रवाह में फल्गू नदी पर बीथो शरीफ गांव के पास सिंचाई सुविधा मुहैया कराने के लिए वीयर बांध का निर्माण का डीपीआर भी तैयार किया गया है।
बीथोशरीफ ग्राम के पास फल्गू नदी के दोनों छोर से नि:सृत दसई पईन एवं बडक़ी पईन के माध्यम से सिंचाई सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी। इसके माध्यम से गया जिला के मानपुर एवं बेलागंज प्रखंडों में ५६०० हेक्टेयर में सिंचाई की जा सकेगी।