पटना, । तमिलनाडु में बिहारी श्रमिकों पर हमले का फर्जी वीडियो प्रसारित कर डर फैलाने का आरोपित यूट्यूबर मनीष कश्यप जेल में है। रविवार को EOU ने उसे विशेष अदालत में पेश किया था, जिसके बाद मनीष कश्यप को 22 मार्च तक के 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया।
जेल जाते समय मनीष कश्यप के आंखों से आंसू छलक पड़े। पुलिस की गाड़ी में मनीष कश्यप बिल्कुल शांत बैठा था। अधिकारियों के बीच में बैठे मनीष कश्यप को शायद ही किसी ने कभी इतना शांत देखा होगा। वहीं, जेल ले जाने के दौरान उसके दोस्त पुलिस से गुहार लगाते दिखे।
मनीष कश्यप का हाथ पकड़कर दोस्त हिम्मत देते हुए कहता है कि भाई, घबराना मत, हम लोग लड़ाई लड़ेंगे।फिर पुलिस से दोस्त ने कहा कि सर, इसके खाने-पीने का ध्यान दीजिएगा। इसपर पुलिस ने कहा कि आपसे ज्यादा ध्यान रखेंगे।
मनीष कश्यप को अपने साथ ले जा सकती है तमिलनाडु पुलिस
बता दें कि आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) मनीष कश्यप को रिमांड पर लेने की तैयारी में है। इधर, तमिलनाडु पुलिस भी अपने राज्य में दर्ज दो मामलों के खिलाफ मनीष कश्यप को रिमांड पर लेकर अपने साथ ले जाने की तैयारी में है।
ईओयू के सामने उगले कई राज
वहीं, गिरफ्तारी के बाद शनिवार की शाम से रविवार दोपहर तक मनीष कश्यप से लंबी पूछताछ की गई। आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) की विशेष टीम के सामने उसने कई राज उगले हैं। ईओयू की एक टीम ने उसके यूट्यूब चैनल के बोरिंग रोड स्थित कार्यालय से कुछ डिजिटल साक्ष्यों को भी जब्त किया है। इस आधार पर कई अन्य रडार पर हैं।
कई बड़े लोगों के नाम भी आएंगे सामने
सूत्रों की मानें तो मनीष कश्यप के पीछे एक पूरा नेटवर्क काम कर रहा है। उसने खुद ईओयू को इसकी जानकारी दी है। कुछ रसूखदारों के नाम भी उगले हैं। ये लोग अलग अलग तरीके से उसकी मदद कर रहे थे। ईओयू बहुत जल्द इन सब पर शिकंजा कस सकती है। ईओयू ने उससे फोटो और वीडियो प्रसारित करने के पीछे के उद्देश्य के बारे में भी पूछताछ की।