अहमदाबाद, । गुजरात में भाजपा को बड़ा झटका लगा है। भाजपा के प्रदेश महासचिव प्रदीप सिंह वाघेला ने पद से इस्तीफा दे दिया है, जिसके बाद प्रदेश की राजनीति में हलचल मच गई है। प्रदीप राज्य में प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल के बाद दूसरे ताकतवर नेता हैं।
खास बात यह है कि प्रदीप सिंह वाघेला ने 7 दिन पहले ही इस्तीफा दे दिया था और इस इस्तीफे को भाजपा के राष्ट्रीय संगठन ने स्वीकार भी कर लिया है।
पहले भार्गव भट्ट के इस्तीफे की थी चर्चा
गुजराती जागरण से बातचीत में प्रदीपसिंह वाघेला ने कहा, ‘हां, मैंने इस्तीफा दे दिया है।’ प्रदीपसिंह वाघेला संगठन महासचिव का पद संभाल रहे थे। पहले चर्चा थी कि भार्गव भट्ट ने इस्तीफा दे दिया है। एक साथ हुए इस्तीफों पर भाजपा की ओर से कोई भी बात करने को तैयार नहीं है। तो अब प्रदीप सिंह वाघेला के इस्तीफे के बाद राजनीति गरमा गई है।
प्रदीपसिंह वाघेला ने निजी कारणों को बताया इस्तीफे की वजह
भाजपा महासचिव रजनी पटेल ने कहा,
प्रदीप सिंह वाघेला ने निजी कारणों से अपना स्वैच्छिक इस्तीफा दिया है और उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है। उनकी पार्टी से कोई नाराजगी नहीं थी और न ही उन्होंने पार्टी से कोई शिकायत की है।
रजनी पटेल ने आगे कहा कि प्रदीप सिंह वाघेला पार्टी के कर्तव्यनिष्ठ कार्यकर्ता हैं और रहेंगे। लेकिन अब वह निजी कारणों से पार्टी से दूर रहना चाहते हैं।
भ्रष्टाचार के लगे थे आरोप
वघेला पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे। भाजपा प्रवक्ता ऋत्विज पटेल ने कहा कि प्रदीपसिंह वाघेला ने बहुत अच्छा काम किया है। उन पर लगे भ्रष्टाचार के सभी आरोप बेबुनियाद हैं। उन्होंने निजी कारणों से स्वेच्छा से इस्तीफा दिया है। वह भाजपा के अनुशासित सिपाही हैं।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि पार्टी के लिए जो भी काम दिया जाएगा, प्रदीप करने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि परिवर्तन संसार का नियम है। अलग-अलग जिला अध्यक्षों की जिम्मेदारी बदल गई है। कोई नाराजगी नहीं है। वे भविष्य में भी काम करने के लिए तैयार हैं।