नई दिल्ली। दिल्ली के शराब घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार सुबह आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह के आवास पर छापेमारी की है। ईडी की छापेमारी के बाद विपक्षी दल और केंद्र सरकार आमने-सामने आ गई है। विपक्षी दल केंद्र पर आरोप लगाकर इसे बदले की कार्रवाई बता रहे हैं। वहीं, सत्ताधारी बीजेपी ने इन आरोपों को लेकर पलटवार किया है।
अरविंद केजरीवाल घोटाले के सरगना
बीजेपी नेता गौरव भाटिया ने बुधवार को इस मामले में प्रेस वार्ता की है। गौरव भाटिया ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को आड़े हाथ लिया है। भाटिया ने कहा, ‘भ्रष्टाचार की साढ़ेसाती कट्टर ईमानदार अरविंद केजरीवाल पर भी असर कर रही है। आज संजय सिंह के यहां भी जांच एजेंसियों ने छापा मारा है। देश और दिल्ली की जनता जानती है कि शराब घोटाले के मुख्य सरगना अरविंद केजरीवाल है, उन्हीं के इशारे पर दिल्ली में ये शराब घोटाला हुआ।’
तथ्य बहुत ही चिंताजनक है- एक आरोपी दिनेश अरोड़ा ने कबूला है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री आवास पर शराब कारोबारियों की एक बैठक हुई। वहां कमीशन तय हुआ। अरविंद केजरीवाल के इशारे पर संजय सिंह कहते हैं कि 32 लाख रुपये पापी आप यानि अराजक अपराध पार्टी के कोष में दो।
सीएम आवास पर हुई वसूली
बीजेपी नेता ने आगे कहा कि एक सांसद मुख्यमंत्री के आवास पर बैठकर वसूली करता है। ये बहुत चिंताजनक है। ये अपने आप को आम आदमी पार्टी बताते थे, लेकिन अब ये पापी इतने खास हो गए हैं कि ये शराब घोटाला करते हैं और फिर कहते हैं कि हम पर कार्रवाई राजनीतिक द्वेष के कारण हो रही है। अरविंद केजरीवाल ने जिसे कट्टर ईमानदार का प्रमाणपत्र दिया, वो पूर्व उपमुख्यमंत्री कट्टर बेईमान निकला। मैं चुनौती देता हूं कि आप ये बात नकारें की आपने ये 32 लाख की रिश्वत नहीं ली है।
बीजेपी ने न्यूजक्लिक वेब पोर्टल के दफ्तर पर हुई दिल्ली पुलिस की छापेमारी को लेकर भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, ‘हमने देखा है कि किस तरह से पत्रकारिता का चोगा ओढ़कर भारत विरोधी गतिविधियों में लिप्त कुछ लोग चीन से आर्थिक सहायता ले रहे हैं। चीन परस्पर भारत का विरोध करता रहा है।’
न्यूजक्लिक पर राष्ट्र सुरक्षा से जुड़े गंभीर आरोप
उन्होंने कहा कि न्यूजक्लिक पर राष्ट्र सुरक्षा से जुड़े गंभीर आरोप लगे हैं। ये देश के खिलाफ काम कर रहे हैं और जब जांच एजेंसियां अपना काम कर रही हैं, तो ये कह रहे हैं कि पत्रकारिता करने से रोका जा रहा है। जब न्यूजक्लिक पर कार्रवाई हो रही है, तो चीन से वित्त पोषित पत्रकारों और नेताओं को बहुत दर्द हो रहा है। इस मामले में ईमानदार पत्रकारिता को बदनाम करने वाले कुछ पत्रकारों और घमंडिया गठबंधन के कुछ नेताओं का घिनौना चेहरा सामने आया है।