बैरिया (बलिया)। सुरेमनपुर दियारांचल के गोपाल नगर टाड़ी पर पांचवें दिन भी सरयू नदी का तेवर तल्ख बना रहा। बुधवार को पांच लोगों का आशियाना सरयू नदी में समाहित हो गया। वही आधा दर्जन लोगों का मकान कटान के मुहाने पर है जो कभी भी सरयू नदी में समा सकता है। बुधवार को रामेश्वर यादव, अवध बिहारी यादव, झलकू यादव, लाल जी यादव व नंद जी यादव का आशियाना सरयू नदी में समाहित हो गया जबकि सत्यनारायण यादव विनय यादव सहित आधा दर्जन लोगों का मकान कटान के जद में है जो कभी भी सरयू नदी में समा सकता है। सरयू नदी के तल्ख तेवर को देखते हुए गांव में अफरा तफरी की स्थिति है। गांव के लोग अपना अपना सामान समेट कर सुरक्षित स्थानों पर पलायन कर रहे हैं। वहीं जिनके मकान सरयू नदी के किनारे आ चुके हैं वह लोग अपना आशियाना अपने हाथों उजाड़ने लगे हैं। उक्त गांव निवासी शंभू यादव, परशुराम यादव, सुकुल यादव, जवाहर यादव, रामनाथ यादव आदि लोगों ने कटान के लिए बाढ़ विभाग को जिम्मेवार ठहराते हुए कटानरोधी कार्य में भारी भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है उक्त लोगों ने सीधे-सीधे इस कटान के लिए अधिशासी अभियंता बाढ़ संजय मिश्रा को जिम्मेवार ठहराते हुए कहा है कि अभी भी वह बाढ़ विभाग के गलत कार्यों को सही ठहरा रहे हैं। वह कह रहे है कि कटान रोधी कार्य नदी में पानी के भीतर है और वह अपना काम कर रहा है। जबकि यह सरासर गलत है तेजी से कटान हो रहा है। कटान रोधी कार्य सरयू नदी में समाहित हो चुका है और कटान रोधी कार्य के पास ही करीब दो बीघा उपजाऊ जमीन बुधवार को सरयू नदी में विलीन हो चुका है। जिसमें नंद जी यादव का लगभग 10 कट्टा लहहाती हुई धान की फसल भी शामिल है। इसी क्रम में शिवाल मठिया गांव के सामने भी बुधवार को कटान शुरू हो चुका है। सरयू नदी तेजी से बस्ती की तरफ बढ़ रही है। लगभग दो बीघा उपजाऊ जमीन सरयू नदी में समाहित हो चुका है। उक्त गांव निवासी ओम प्रकाश सिंह, राकेश सिंह, दिलीप चौधरी, वीरेंद्र सिंह व ग्राम प्रधान परमात्मा गोड ने जिलाधिकारी आग्रह किया है कि गांव को बचाने के लिए यहां तत्काल कटान रोधी कार्य शुरू कराया जाए। इस संबंध में उपजिलाधिकारी आलोक प्रताप सिंह ने बताया कि गोपाल नगर टाड़ी व सीवाल मठिया में कटान हो रहा है दोनों जगहों पर हमारे लेखपाल मौजूद है। कटान की स्थिति पर नजर रखी जा रही है सभी जरूरी उपाय करके दोनों गांव के लोगों को सुरक्षित किया जाएगा।
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