जौनपुर

सगा साला ही निकला बहनोई का हत्यारा



मुंगराबादशाहपुर। थाना पुलिस ने बीते 13 सितम्बर की देर शाम दो सगे भाइयों की गोली मारकर हत्या करने के तीन आरोपियों को गिरफतार करते हुए हत्याकांड का पर्दाफाश करने का दावा किया है।
पुलिस ने गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से दो अदद मोबाइल फोन के साथ ही 740 रूपए बरामद किया है। इस सम्बन्ध में प्रेस को जारी विज्ञप्ति में थाना प्रभारी निरीक्षक के के सिंह ने बताया कि बीते 13 सितम्बर 2025 की शाम लगभग साढ़े आठ बजे थाना क्षेत्र के मझगवां चंदौकी गांव निवासी शाहजहां (60 वर्ष) व उनके छोटे भाई जहांगीर (45 वर्ष) की रामनगर गांव के निकट उस समय गोली मारकर निर्मम हत्या कर दी गई थी जब वह नगर में अपने परिचितों को शादी का कार्ड वितरित कर घर वापस लौट रहे थे। मृतक के पुत्र आफताब आलम पुत्र शाहजहां की तहरीर के आधार पर अपराध संख्या 227/2025 पर भारतीय न्याय संहिता बीएनएस की धारा 103(1) के तहत अज्ञात लोगों के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत क विधिक कार्यवाही शुरू कर दी गई। थाना प्रभारी निरीक्षक के के सिंह ने बताया है कि पुलिस अधीक्षक डा. कौस्तुभ के निर्देश व एसपीआरए आतिश कुमार के निर्देशन तथा क्षेत्राधिकारी प्रतिमा वर्मा के कुशल नेतृत्व में मुखबिर खास की सूचना पर घटना की साजिश रचने वाले 3 अभियुक्तों को शनिवार की अल सुबह लगभग साढ़े पांच बजे तरहठी मोड़ से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार अभियुक्तों ने अपना नाम पता टुन्ने उर्फ मो. कलीम पुत्र स्व. मो. इस्लाम निवासी कुमरडुबी सिल्ली बाडी, अली मुहल्ला थाना चिरकुंडा जनपद धनवाद, इन्तखाब उल मुख्तार पुत्र कफील अहमद निवासी विसरेखी थाना घोरावल जनपद सोनभद्र व सच्चे उर्फ मुअज्जम पुत्र स्व. अकबाल अहमद निवासी रामनगर थाना मुंगराबादशाहपुर जनपद जौनपुर बताया। थाना प्रभारी निरीक्षक ने कहा है कि गिरफ्तार अभियुक्त टुन्ने उर्फ मो. कलीम ने पूछताछ में बताया कि मृतक जहांगीर व शाहजहां मेरे कारोबार का पैसा हड़प लिए थे जब मैंने उनसे मांगा तो वह मेरे घर में घुसकर तोड़फोड़ कर मेरी मां को मारे पीटे और मेरी बेइज्जती की तथा पैसा भी नहीं लौटाये इसी का बदला लेने के लिए मैंने इस हत्या की साजिश रचा था। उल्लेखनीय है कि गिरफ्तार अभियुक्त टुन्ने उर्फ मो. कलीम मृतक शाहजहाँ का सगा साला है। अभियुक्त इन्तखाब उल मुख्तार ने पूछताछ करने पर बताया कि जिला कारागार जौनपुर में बन्द कैदी सोनु उर्फ सिराज मेरे मामा है। मेरे मामा मेरे नाम का मोबाइल नम्बर लेकर जेल में चलाते थे। जेल से ही साजिश एवं रंगदारी का पैसा मेरे खाते भेजवाते थे मै उसी पैसे से उनके बाहर के काम को देखता था। इस हत्या की साजिश 26 अप्रैल 2025 को जिला जेल जौनपुर में रची गयी थी। उस दिन मैं भी जेल में मौजूद था। यह हत्या भाड़े के शूटर से मेरे मामा ने कराई है। मेरे मामा पहले आसनसोल में इन्ही लोगो के साथ काम करते थे। अभियुक्त सच्चे उर्फ मुअज्जम ने पूछ ताछ करने पर बताया कि शहजाद मेरा दोस्त है, शहजाद से मृतक जहांगीर और शाहजहां का कारोबार के पैसों के लेन देन एवं जमीन को लेकर विवाद था। जहांगीर पहले मुझे भी मेरा हिस्सा देते थे। बाद में देना बन्द कर दिये थे। इसलिए मैंने इनके हत्या के साजिश को रचा था। सच्चे ने बताया कि इससे पहले जहांगीर को मारने के लिए मुम्बई में एक महीने तक सूटरो ने पीछा किया था परन्तु सन्देह होने पर जहांगीर घर से बाहर निकलना बन्द कर दिया था। जहांगीर मेरे साथ भी धोखा किये थे। इसीलिए मैने हत्या की साजिश रची थी। पुलिस को तीनों अभियुक्तों की जामा तलाशी में दो अदद मोबाइल फोन एवं 740 रुपए नगदी बरामद हुए। पुलिस ने तीनों आरोपितों के विरुद्ध सुसंगत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर गिरफ्तार कर सम्बन्धित न्यायालय भेज दिया। गिरफ्तारी करने वाली पुलिस टीम में थाना प्रभारी निरीक्षक के.के. सिंह उपनिरीक्षक चौकी प्रभारी सतहरिया गंगा सागर मिश्र हे.का. राकेश यादव का. पंकज मिश्रा का. संदीप यादव द्वितीय का. जितेन्द्र यादव प्रथम थाना का. राकेश मणि शामिल रहे।