इससे पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी मंगलवार को खराब मौसम होने के कारण असम में चुनाव प्रचार के लिए नहीं जा सके, हालांकि उन्होंने वीडियो जारी कर राज्य के लोगों का आह्वान किया कि वे प्रदेश की पहचान, इतिहास एवं संस्कृति की रक्षा के लिए विपक्षी ‘महाजोत’ (महागठबंधन) को जीत दिलाएं. उनके तय चुनावी कार्यक्रम के मुताबिक, उन्हें तारापुर सिलचर, डिमा हसाओ और कारबी आंगलोंग में जनसभाओं को संबोधित करना था.
राहुल गांधी ने वीडियो जारी कर कहा, ‘आज ख़राब मौसम की वजह से आप सब के बीच नहीं पहुंच पाया, लेकिन मेरा और महाजोत का संदेश साफ़ है कि असम को 5 गारंटी से उन्नति और समृद्धि की राह पर आगे बढ़ाएंगे. इस उद्देश्य के लिए आप महाजोत को भारी मतों का समर्थन दें.’ उन्होंने कांग्रेस के पांच प्रमुख चुनावी वादों का उल्लेख करते हुए कहा, ‘असम में सीएए (संशोधित नागरिकता कानून) को लागू नहीं करने देंगे क्योंकि यह राज्य की पहचान, इतिहास और संस्कृति पर हमला है. हम राज्य की पहचान, इतिहास और संस्कृति की रक्षा करेंगे.’
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने यह वादा फिर दोहराया कि प्रदेश में उनकी पार्टी की अगुआई में सरकार बनने पर बड़े पैमाने पर नए रोजगार का सृजन किया जाएगा तथा चाय बागानों में काम करने वालों के लिए प्रतिदिन 365 रुपये की मजदूरी तय की जाएगी.
वहीं राहुल गांधी ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि असम की जनता समझ गई है कि ‘जुमलों’ और प्रगति का आपस में कोई संबंध नहीं है. उन्होंने ट्वीट किया, ‘चाय बाग़ान मज़दूरों समेत करोड़ों दिहाड़ी मज़दूरों के आंसू पोंछने के लिए केंद्र सरकार ने क्या किया? जुमलों और प्रगति का आपस में कोई संबंध नहीं है- जनता ये समझ गई है.’