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परीक्षा पे चर्चा 2021: PM मोदी ने छात्रों को कहा- जिंदगी का आखिरी मुकाम नहीं परीक्षा


नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) बुधवार को परीक्षा पे चर्चा के माध्यम से एक बार फिर छात्रों से रुबरु हुए है। हालांकि कोरोना काल के कारण भले ही यह कार्यक्रम किसी खुले स्टेडियम में नहीं हुए हो लेकिन पीएम मोदी ऑनलाइन संवाद के जरिये छात्रों के उत्सुकता को शांत करने में जुटे नजर आएं। इस बार के परीक्षा-पे-चर्चा में कार्यरक्रम में करीब 14 लाख लोगों से हिस्सा लिया जिनमें 10 लाख से ज्यादा छात्र थे। इसमें दुनिया के 81 देशों के छात्र भी शामिल थे। इस मौके पर पीएम मोदी ने गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर को भी याद किया।

कसौटी पर कसने के मौके खोजते रहना है जरूरी
पीएम मोदी ने परीक्षा-पे-चर्चा कार्यक्रम में विद्यार्थियों से कहा कि परीक्षा को लेकर बिल्कुल भी तनाव न लें उन्होंने कहा परीक्षा तो एक छोटा सा पड़ाव है। यह जिंदगी का आखिरी मुकाम नहीं है। जिंदगी बहुत लंबी है। यह जीवन को गढ़ने का एक अवसर है।

ऐसे में खुद को इस कसौटी पर कसने के मौके खोजते रहना चाहिए ताकि हम और बेहतर कर सकें। पीएम मोदी ने कहा, इससे भागना नहीं है, प्रधानमंत्री ने इस दौरान छात्रों को आत्मनिर्भर भारत का मंत्र दिया और कहा बड़े सपने रखिए और देश के लिए सोचिए।

अमृत महोत्सव के मौके पर छात्रों के लिए सलाह
इसके अलावा पीएम मोदी ने इस दौरान आत्मनिर्भर भारत की बात करते हुए कहा, परीक्षाएं खत्म होने के बाद वे अपने परिवार के साथ मिलकर उपयोग की जाने वाली चीजों की एक लिस्ट बनाए और देंखे कि उनमें कौन सी चीज बाहर की और कौन देश की बनी हैं। उन्होंने कहा वहीं छात्र परीक्षा के बाद आजादी के 75वें वर्ष पर आजादी का अमृत महोत्सव के मौके पर अपने-अपने राज्य के आजादी के आंदोलन से जुड़ी 75 घटनाएं खोजकर निकालें और उस पर कुछ लिखें।

पीएम मोदी ने खाली समय को बताय खजाना
परिक्षा की तैयारियों पर सलाह देते हुए पीएम मोदी ने कहा, छात्र सभा विषयों को बराबर समय दें और कठिन लगने वाला विषय या पाठ को पहले पढ़ें। ऐसा करने पर कठिन लगने वाले विषय में भी रूची बढ़ेगी। वहीं शिक्षकों को सलाह देते हुए पीएम मोदी ने कहा, वे पढ़ाई से हटकर भी बच्चों से बात करें। आगे उन्होंने खाली समय को खजाना बताते हुए कहा, खाली समय में वे करना चाहिए जिससे ज्यादा खुशी मिलती है। उन्होंने कहा मूल्यों को कभी थोपे नहीं, बल्कि जीकर उन्हें सिखाएं।